उत्तराखंड

uttarakhand

पंतनगर कृषि विवि के कुलपति बोले- किसानों को देंगे नई टेक्नोलॉजी, सिखाएंगे भेड़ और बकरी पालन के गुर

By

Published : Sep 13, 2022, 12:25 PM IST

पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ मनमोहन चौहान ने पत्रकारों ने कहा कि कार्यभार ग्रहण करने पर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है. इसके लिए वह उत्तराखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री के आभारी हैं. उन्होंने कहा की वह देश के किसानों को नए नए शोध के साथ ही नई टेक्नोलॉजी देने का पूरा प्रयास करेंगे.

rudrapur
रुद्रपुर

रुद्रपुर:पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ मनमोहन चौहान पत्रकारों से रूबरू हुए. उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय की पूरी टीम बड़ी मेहनत से काम कर रही है. कुछ समस्याएं हैं. उनका समाधान कर लिया जाएगा. तीन साल के कार्यकाल में देश को बेहतर टेक्नोलॉजी, बीज देने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पलायन को रोकने के लिए भी कार्य किया जाएगा.

बता दें, कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति का चार्ज संभालने के बाद कुलपति डॉ मनमोहन चौहान ने कहा कि कार्यभार ग्रहण करने पर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है. इसके लिए वह उत्तराखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री के आभारी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संसाधनों से आय अर्जित करने के आदेश दिए हैं. संसाधन तब होंगे, जब विश्वविद्यालय में परियोजनाएं आएंगी.

किसानों को देंगे नई टेक्नोलॉजी- कुलपति

इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR- Indian Council of Agricultural Research) के सहयोग से परियोजनाओं को लाने का कार्य किया जाएगा. इस क्रम में पहला अनुबंध पंत विवि व एनडीआरआई करनाल (National Dairy Research Institute Karnal) के बीच किया जा रहा है, जिसमें डेढ़ करोड़ की सहायता से भैंस के क्लोन पर कार्य किया जाएगा. उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार आर्गेनिक, फर्टिलाइजर युक्त व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा.
पढ़ें-मोबाइल मेंटल हेल्थ केयर वैन चलाने और रिहैबिलिटेशन सेंटर के लिए नई स्कीम बनाने के निर्देश

साथ ही पहाड़ों के बॉर्डर क्षेत्र में बकरी व भेड़ पालन का प्रशिक्षण देकर लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा. पहाड़ से पलायन रोकने में यह प्रयास बहुत करागर सिद्व होगा. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक तो धन की कमी से जूझ रहा है, दूसरा सड़कों व आवासों की स्थिति दयनीय है. इसके लिए राज्य सरकार से बातचीत चल रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details