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रुद्रप्रयाग: धूमधाम से निकली भगवान मदमहेश्वर की शोभायात्रा, बगडवाल नृत्य ने बांधा समां

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Published : Dec 23, 2019, 12:53 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 3:17 PM IST

मदमहेश्वर घाटी के गौण्डार गाँव में 31 वर्षों बाद आयोजित बगडवाल नृत्य में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे है.

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31 वर्षों बाद बगडवाल नृत्य का आयोजन

रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में द्वितीय केदार नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली गई. मदमहेश्वर घाटी के गौण्डार गांव में 31 वर्षों बाद आयोजित बगडवाल नृत्य में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं. इस अवसर पर बगडवाल नृत्य के नौवें दिन शामिल हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी का ग्रामीणों ने स्वागत किया.

31 वर्षों बाद बगडवाल नृत्य का आयोजन

जिपं उपाध्यक्ष तिवारी ने मदमहेश्वर घाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर जन समस्याएं सुनीं. उन्होंने लोगों से क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए सामूहिक पहल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि बगडवाल नृत्य हमारी पौराणिक परम्परा है, जिसे जीवित रखने के लिए सामूहिक पहल की आवश्यकता है. इस प्रकार की परम्पराओं के आयोजन से युवा पीढ़ी को भी सीखने को मिलता है.

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वहीं जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि हमारा क्षेत्र पौराणिक संस्कृति व परम्पराओं को जीवित रखने में अग्रणी रहा है. उन्होंने जिला पंचायत उपाध्यक्ष से अकतोली-गौण्डार मोटर मार्ग, ऊखीमठ-उनियाणारासी मोटर मार्ग जोकि खण्डर में तब्दील हो चुका है तथा निर्माणाधीन राऊलैक- जग्गी बगवान मोटर मार्ग पर भी कछुवा गति से हो रहे निर्माण कार्य को लेकर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कार्य की धीमी गति के बारे में जिपं उपाध्यक्ष को अवगत कराया.

वहीं प्रधान बरी सिंह पंवार ने आरोप लगाया कि मदमहेश्वर यात्रा का अहम पड़ाव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. वहीं पूर्व प्रधान भगत सिंह पंवार ने कहा कि मदमहेश्वर यात्रा पड़ावों पर मूलभूत सुविधाओं के अभाव से क्षेत्र का पर्यटन व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है.

Last Updated : Dec 23, 2019, 3:17 PM IST

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