रुद्रप्रयाग:मिनी स्विट्जरलैंड चोपता में जमकर बर्फबारी हुई है. चोपता के बुग्याल और पहाड़ियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गये हैं. चोपता-गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग भी अत्यधिक बर्फबारी के कारण बंद हो गया है. चोपता दुगलबिट्टा में लगभग 2 फीट तक बर्फबारी हुई है. वहीं चोपता में सीजन की तीसरी और इस साल की पहली बर्फबारी चोपता में हुई है. वहीं केदारघाटी में बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
वहीं बर्फबारी से चोपता-तुंगनाथ पैदल मार्ग भी बंद हो गया है. बंद मार्ग को खोलने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोनिवि की मशीनें जुटी हुई हैं. स्थानीय निवासी आशीष नौटियाल ने बताया कि चोपता में इस साल की पहली बर्फबारी हुई है. बर्फबारी इतनी ज्यादा हुई है कि दुगबिट्टा से चोपता के बीच राजमार्ग बाधित हो गया है. हालांकि मार्ग को खोलने के लिए एनएच विभाग की मशीनें लगी हुई हैं.
वहीं केदारघाटी के हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी (kedarnath snowfall) व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी होने से मैदानी क्षेत्र शीतलहर की चपेट में आ गया है. निचले क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से ग्रामीण घरों में कैद रहने को विवश हो गये हैं. शहरी क्षेत्रों में जनमानस अलाव के सहारे दिन गुजार रहे हैं. आने वाले दिनों में यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार रहा तो सीमांत क्षेत्रों में भी बर्फबारी शुरू हो जायेगी.
केदारघाटी के हिमालयी क्षेत्रों में दो दिनों से हल्की बर्फबारी हो रही है. इससे केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, वासुकी ताल, मनणामाई तीर्थ, पाण्डव सेरा, नन्दी कुण्ड, विसुणीताल, राकसीडांडा सहित ऊंचाई वाले क्षेत्र बर्फबारी से लकदक हो गये हैं. हिमालयी क्षेत्रों सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से तापमान में भारी गिरावट महसूस की जा रही है. बर्फबारी व बारिश होने से सीमांत गांवों के पशुपालकों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.