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पतंजलि योगपीठ और सेना के बीच एमओयू साइन, जानें क्या हुआ करार

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 24, 2023, 5:35 PM IST

mou signed between patanjali organization and Indian army पतंजलि और भारतीय सेना के बीच आज एमओयू साइन किया गया है. जिसके तहत अब पतंजलि योगपीठ और सेना विभिन्न प्रयोगों के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेगी. इस दौरान पतंजलि योगपीठ की ओर से आचार्य बालकृष्ण और भारतीय सेना से लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि मौजूद रहे.

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देहरादून:योग गुरु स्वामी रामदेव की पतंजलि योगपीठ के साथ सेना ने आज एक महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया है. उत्तर भारत क्षेत्र के बरेली मुख्यालय में आचार्य बालकृष्ण और सेना के अधिकारियों के बीच कई बिंदुओं पर सहमति बनी है. पतंजलि की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अब पतंजलि और सेना कई क्षेत्र में एक साथ मिलकर कार्य करेंगे.

पतंजलि योगपीठ और सेना के बीच एमओयू साइन:आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हम और राष्ट्र की सीमाएं, जिनके पराक्रम और तप से सुरक्षित हैं. ऐसे में उन पराक्रमी सैनिकों की सेवा के लिए कुछ करें,तो यह हमारा सौभाग्य है. इसी भाव के साथ उत्तर भारत क्षेत्र के बरेली मुख्यालय में भारतीय सेना और पतंजलि योगपीठ के मध्य विविध विषयों पर केन्द्रित एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं.

एमओयू के दौरान पतंजलि योगपीठ की ओर से आचार्य बालकृष्ण और भारतीय सेना से लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि रहे मौजूद

लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि और आचार्य बालकृष्ण रहे मौजूद:पतंजलि की ओर से पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण और भारतीय सेना से लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि (जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड), लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी (जीओसी उत्तर भारत क्षेत्र), ब्रिगेडियर अमन आनंद (कमांडर, मुख्यालय 9 स्वतंत्र माउंटेन ब्रिगेड ग्रुप) और मेजर विवेक जैकोब (CLAW global) उपस्थित रहे.

सैनिक भाइयों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए होगा कार्य:इस एमओयू के अंतर्गत योग, आयुर्वेद चिकित्सा और वेलनेस के क्षेत्र में हमारे सैनिक भाइयों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए आवश्यक आयुर्वेदिक दवाईयों का अनुसंधान किया जाएगा. जैव विविधता के अनुरूप उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जीवन रक्षक पेड़ पौधों पर अनुसंधान की भी योजना है. साथ ही सेना में सूचना एवं प्रौद्योगिकी से लेकर ऑटोमेशन के विभिन्न प्रयोगों के क्षेत्र में भी साथ मिलकर महत्वपूर्ण कार्य किया जाएगा.

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संसाधनों को पैदा करने के विषय पर बनी सहमति:साथ ही पतंजलि की सहयोगी संस्थाओं द्वारा सेवानिवृत्त सैनिक भाइयों को प्राथमिकता के आधार पर सेवा कार्यों में नियुक्ति देने पर विचार किया जाएगा. इस परिचर्चा में पहाड़ों से पलायन रोकने व सीमाओं की रक्षा के लिए VIBRANT Village आदि को बढ़ावा देकर और रोजगार के लिए Adventure आदि में संसाधनों को पैदा करने के विषयों पर भी दोनों पक्षों में सहमति बनी है.

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