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तीन धाम के लिए खत्म नहीं हो रहा श्रद्धालुओं का क्रेज, कपाट बंद होने के बाद भी करा रहे रजिस्ट्रेशन

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Published : Oct 31, 2022, 1:51 PM IST

Updated : Oct 31, 2022, 2:17 PM IST

उत्तराखंड में तीन धामों के कपाट बंद हो गए हैं. इसके बाद भी लोगों में चारधाम (Uttarakhand Chardham) दर्शन का क्रेज कम होने का नाम नहीं ले रहा है. उत्तराखंड के चारों धामों में से तीन धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. इसके बावजूद भी चारधाम यात्रा के लिए जारी किए गए रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर अभी भी श्रद्धालु धामों के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन (Chardham Registration Portal) कराते नजर आ रहे हैं.

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देहरादून:उत्तराखंड में तीन धामों के कपाट बंद हो गए हैं. इसके बाद भी लोगों में चारधाम (Uttarakhand Chardham) दर्शन का क्रेज कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि उत्तराखंड के चारों धामों में से तीन धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. इसके बावजूद भी चारधाम यात्रा के लिए जारी किए गए रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर अभी भी श्रद्धालु धामों के दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन (Chardham Registration Portal) कराते नजर आ रहे हैं. जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे.

चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन जारी:गौर हो कि उत्तराखंड के चारों धामों में से तीन धामों के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं. जिसमें मुख्य रूप से गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट अगले 6 महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं. बावजूद इसके श्रद्धालुओं में धामों के दर्शन करने का क्रेज अभी भी कम नहीं हो रहा है. दरअसल, चारधाम यात्रा के लिए जारी किए गए रजिस्ट्रेशन पोर्टल (Registration for Chardham) पर अभी भी श्रद्धालु, उन धामों के लिए भी रजिस्ट्रेशन कराते नजर आ रहे हैं जिन धामों के कपाट बंद हो चुके हैं. उत्तराखंड के चारों धामों में से तीन धाम यानी गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के दौरान बंद कर दिए गए हैं.

तीन धाम की यात्रा समाप्त होने के बाद भी रजिस्ट्रेशन जारी हैं
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19 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट:इसके साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट भी बंद हो चुके हैं. बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को अगले छ: महीने के लिए यानी शीतकाल के दौरान बंद कर दिए जाएंगे. हालांकि, अभी तक 45 लाख 41 हजार 542 श्रद्धालु चारधाम समेत हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं. पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कपाट बंद होने के बाद भी यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ के साथ ही हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया जारी है. इन धामों के लिए श्रद्धालुओं ने 3 नवंबर तक दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन कराए हैं. हालांकि, बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए भी श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया लगातार जारी है. क्योंकि, बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे.
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आइए अब हम आपको बताते हैं कि कपाट बंद होने के बाद भी गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए कितने लोगों ने और किन किन तारीखों में रजिस्ट्रेशन कराया है.

यमुनोत्री धाम के रजिस्ट्रेशन

यमुनोत्री धाम के रजिस्ट्रेशन

एक नवंबर को दर्शन के लिए 13 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
दो नवंबर को दर्शन के लिए 15 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
तीन नवंबर को दर्शन के लिए 1 श्रद्धालु ने कराया रजिस्ट्रेशन.

गंगोत्री धाम के रजिस्ट्रेशन

गंगोत्री धाम के लिए रजिस्ट्रेशन
एक नवंबर को दर्शन के लिए 22 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
दो नवंबर को दर्शन के लिए 29 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
तीन नवंबर को दर्शन के लिए 27 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.

केदारनाथ धाम के रजिस्ट्रेशन

केदारनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन
एक नवंबर को दर्शन के लिए 45 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
दो नवंबर को दर्शन के लिए 31 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
तीन नवंबर को दर्शन के लिए 47 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.

हेमकुंड साहिब के रजिस्ट्रेशन

हेमकुंड साहिब के लिए रजिस्ट्रेशन
एक नवंबर को दर्शन के लिए 11 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
दो नवंबर को दर्शन के लिए 05 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.
तीन नवंबर को दर्शन के लिए 22 श्रद्धालुओं ने कराए रजिस्ट्रेशन.

Last Updated : Oct 31, 2022, 2:17 PM IST

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