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काशी से शुरु होगी दुनियां की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा, 50 दिनों में पर्यटकों को कराएगी भारत दर्शन

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Published : Nov 13, 2022, 4:07 PM IST

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी धीरे-धीरे विकास के पहिए पर आगे बढ़ता जा रही है. इसी कड़ी में अब देश की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा (river cruise tour) की शुरुआत जनवरी 2023 से वाराणसी से शुरू होने वाली है.

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रिवर क्रूज यात्रा

वाराणसीःप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी धीरे-धीरे विकास के पहिए पर आगे बढ़ता जा रहा है. प्रधानमंत्री के आगमन और काशी की बदलती तस्वीर ने यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा कर दिया है. यही वजह है कि दिन प्रति दिन पर्यटकों को रिझाने के लिए तमाम तरीके की नई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. इन योजनाओं में काशी में रिवर टूरिज्म (River tourism in Kashi) का भी बोलबाला है. बढ़ते रिवर टूरिज्म(River tourism) को देखते हुए काशी से दुनिया के सबसे लंबी रिवर क्रूज गंगा विलास (River Cruise Ganga Vilas) की शुरुआत होने वाली है.

भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के मुख्य अभियंता रविकांत

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने वाराणसी दौरे पर जनवरी 2023 से शुरू होने वाले सबसे आलीशान क्रूज गंगा विलास (Cruise Ganga Vilas) के टाइम टेबल का विमोचन किया था. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर्यटन के मानचित्र पर काशी के नक्शा तेजी से उकेर रही है और इसी के तहत काशी से दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज की यात्रा(river cruise tour) की शुरुआत जनवरी 2023 से होगी. यह जल यात्रा वाराणसी से डिब्रूगढ़(Varanasi to Dibrugarh) तक का सफर लगभग 50 दिनों में तय करेगी.

लग्जरियस क्रूज

काशी से शुरु होगी दुनियां के सबसे लंबे क्रूज की रिवर यात्रा
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (Inland Waterways Authority of India) के द्वारा भारत में सबसे लंबी और रोमांचकारी यात्रा की शुरुआत की जा रही है. इस बारे में प्राधिकरण के मुख्य अभियंता रविकांत ने बताया कि, यह दुनिया के सबसे लंबी रिवर क्रूज होगी, जो भारत में निर्मित है. उन्होंने बताया कि, यह काशी से बोगीबील डिब्रूगढ़ तक की यात्रा पर्यटकों को कराएगी. यात्रा कुल लगभग 3,200 किलोमीटर की होगी.

लग्जरियस क्रूज

यात्रा में होगा अद्भुत भारत दर्शन
मुख्य अभियंता रविकांत ने बताया कि इस यात्रा में पर्यटक भारत दर्शन भी करेंगे. यह यात्रा भारत व बांग्लादेश की कुल 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगी, जिनमें दो नदियां गंगा और ब्रह्मपुत्र बेहद अहम होंगी. इस क्रम में ये यात्रा लगभग 50 स्थानों पर रुकेगी, जिनमें विश्व विरासत स्थान शामिल होंगे. यहीं नहीं यह यात्रा विभिन्न राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्य से भी होकर गुजरेगी, जिनमें सुंदरवन का डेल्टा, काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि, पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए देश के विभिन्न संस्कृतियों पर आधारित गीत संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, ताकि यात्रा मनोरंजक बनी रहे.

लोकेशन

ये यात्रा रिवर टूरिज्म को वैश्विक स्तर पर देगी अलग पहचान
उन्होंने बताया कि गंगा विलास की लंबाई 62.5 मीटर, चौड़ाई 12.8 मीटर, ड्राफ्ट 1.35 मीटर होगा. इसमें 18 सुइट्स होंगे. उन्होंने कहा कि, गंगा विलास तो रिवर यात्रा पहली शुरुआत है. यह धीरे-धीरे भारतीय उपमहाद्वीप में पर्यटन के मार्ग को प्रशस्त करेगी. इससे रिवर टूरिज्म(river tourism) के प्रति लोगो की रुचि भी बढ़ेगी.

रिवर क्रूज

एक नजर में मिलने वाली सुविधाओं पर

  • ये बेहद लग्जरियस क्रूज होगा, जिसमें 80 लोगों के लिए आलीशान बेड रूम अटैच वॉशरूम के साथ होंगे.
  • इंटरनेशनल किचन की सुविधा होगी, जिसमें सभी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय व्यंजन व बेवरेज उपलब्ध होंगे.
  • रेस्टोरेंट्स की सुविधा होगी.
  • स्पा सेंटर होगा.
  • मेडिटेशन सेंटर होगा.
  • सन डेक होगा.
  • हॉस्पिटल डॉक्टर की सुविधा होगी.
  • विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम का अयोजन होगा.
  • भारत दर्शन में मार्ग में पड़ने वाले उद्यान व अभ्यारण्यों, वैश्विक इमारतों से रूबरू कराया जाएगा.

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