वाराणसी:सोमवार को जनपद में प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने नगर निकाय से संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की. वहीं आयोजित बैठक में पानी की समस्या पर जलकल विभाग के जीएम से जवाब भी मांगा गया. हालांकि इस दौरान बैठक से जीएम नदारद रहे, जिस पर नगर विकास मंत्री का पारा चढ़ गया.
वाराणसी: पानी की समस्या को लेकर नगर विकास मंत्री ने की समीक्षा बैठक
जिले में गंगा नदी में पानी का जलस्तर घटता जा रहा है. जिसके चलते शहर में पानी की किल्लत पैदा होने जैसी स्थिति हो गई है. इस समस्या से निपटने के लिए नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने समीक्षा बैठक की.
पानी की समस्या को लेकर बैठक.
पानी की समस्या को लेकर बैठक
- शहर में पानी की कमी को लेकर समीक्षा बैठक हुई.
- बैठक में जलकल विभाग के जीएम की अनुपस्थिति पर नगर विकास मंत्री का पारा चढ़ गया.
- दरअसल जल निगम के 32 ओवरहेड टैंक शत-प्रतिशत पानी की सप्लाई नहीं दे रहे हैं, जो कि चिंताजनक है.
पीने के पानी की समस्या को लेकर सभी अधिकारियों को सचेत कर दिया गया. यह साफ किया गया है कि पीने के पानी की किल्लत किसी भी हाल में शहर में नहीं होनी चाहिए. गंगा में पानी की कमी को लेकर ऊपर से पानी छोड़े जाने को लेकर भी निर्देशित किया जा चुका है.
सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश
Intro:वाराणसी: गंगा किनारे बसे शहर बनारस में पानी की किल्लत तेजी से बढ़ रही है शायद यही वजह है कि अब इस परेशानी को लेकर उठ रही आवाज सरकार तक भी पहुंचने लगी है और इसकी बांधी आज उस वक्त देखने को मिली जब उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना वाराणसी में नगर निकाय से संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक करने के लिए वाराणसी पहुंचे कमिश्नरी हॉल में बैठक शुरू होने के साथ है बनारस में तेजी से बढ़ रही पानी की समस्या पर नगर विकास मंत्री उखड़ गए यहां उन्होंने सीधे जलकल के जीएम से जवाब मांगा लेकिन जीएम भी नदारद मिले.
Body:वीओ-01 दरअसल नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना आज वाराणसी में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करने के लिए पहुंचे हुए थे बैठक की शुरुआत उन्होंने शहर में पानी की समस्या को लेकर ही की नगर विकास मंत्री ने सबसे पहला सवाल अधिकारियों से यही किया कि बनारस शहर में पीने के पानी की किल्लत होना बहुत ही गंभीर मामला है आखिर ऐसी स्थिति क्यों बन रही है इसका जवाब जब उन्होंने जल कल के जीवन से मांगा तो जलकल जीएम मीटिंग में मौजूद ही नहीं थे जिस पर उनका पारा चढ़ गया हालांकि बाद में उनको कोई कारण बताकर इस मामले को हैंडल किया गया और जलकल के किसी दूसरे अधिकारी ने समस्या को लेकर नगर विकास मंत्री को अवगत कराया जिसके बाद उन्होंने तत्काल पेयजल की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए नगर विकास मंत्री ने साफ स्पष्ट तौर पर कहा कि जल निगम के 32 ओवरहेड टैंक से अभी भी शत-प्रतिशत पानी की सप्लाई क्यों नहीं हो रही है यह स्थिति बहुत ही खराब है और इसे दूर किया जाए नगर विकास मंत्री ने पॉलिथीन पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने के निर्देश दिए और सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के भी आदेश दिए.
Conclusion:वीओ-02 नगर विकास मंत्री ने मीटिंग के बाद बताया कि पीने के पानी की समस्या को लेकर सभी अधिकारियों को सचेत कर दिया गया और यह साफ किया गया है कि पीने के पानी की किल्लत किसी भी हाल में शहर में नहीं होनी चाहिए जो भी समस्या है उसे दूर किया जाए ओवरहेड टैंक प्रॉपर वे में काम करें इसका विशेष ध्यान रखा जाए उन्होंने कहा गंगा में पानी की कमी को लेकर ऊपर से पानी छोड़े जाने को लेकर भी निर्देशित किया जा चुका है.
बाईट- सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री, यूपी
Body:वीओ-01 दरअसल नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना आज वाराणसी में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करने के लिए पहुंचे हुए थे बैठक की शुरुआत उन्होंने शहर में पानी की समस्या को लेकर ही की नगर विकास मंत्री ने सबसे पहला सवाल अधिकारियों से यही किया कि बनारस शहर में पीने के पानी की किल्लत होना बहुत ही गंभीर मामला है आखिर ऐसी स्थिति क्यों बन रही है इसका जवाब जब उन्होंने जल कल के जीवन से मांगा तो जलकल जीएम मीटिंग में मौजूद ही नहीं थे जिस पर उनका पारा चढ़ गया हालांकि बाद में उनको कोई कारण बताकर इस मामले को हैंडल किया गया और जलकल के किसी दूसरे अधिकारी ने समस्या को लेकर नगर विकास मंत्री को अवगत कराया जिसके बाद उन्होंने तत्काल पेयजल की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए नगर विकास मंत्री ने साफ स्पष्ट तौर पर कहा कि जल निगम के 32 ओवरहेड टैंक से अभी भी शत-प्रतिशत पानी की सप्लाई क्यों नहीं हो रही है यह स्थिति बहुत ही खराब है और इसे दूर किया जाए नगर विकास मंत्री ने पॉलिथीन पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने के निर्देश दिए और सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के भी आदेश दिए.
Conclusion:वीओ-02 नगर विकास मंत्री ने मीटिंग के बाद बताया कि पीने के पानी की समस्या को लेकर सभी अधिकारियों को सचेत कर दिया गया और यह साफ किया गया है कि पीने के पानी की किल्लत किसी भी हाल में शहर में नहीं होनी चाहिए जो भी समस्या है उसे दूर किया जाए ओवरहेड टैंक प्रॉपर वे में काम करें इसका विशेष ध्यान रखा जाए उन्होंने कहा गंगा में पानी की कमी को लेकर ऊपर से पानी छोड़े जाने को लेकर भी निर्देशित किया जा चुका है.
बाईट- सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री, यूपी