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कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए हुई सर्प प्रतिष्ठा व सर्प पूजन

वाराणसी में राष्ट्रीय महासचिव केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के विश्व पुरोहित ज्योतिषाचार्य पं. अजीत मिश्रा ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु वृषभ और केतु वृश्चिक राशि में होने और सभी ग्रहों के इनके अंदर होने के कारण देश सर्प दोष से ग्रसित है. बताया कि पड़ोसी देश चीन में सर्वाधिक सर्प हत्या होती है. इस कारण भगवान शिव के गले में विराजमान सर्प कुपित होकर विष निकाल रहे हैं.

कोरोना माहमारी से मुक्ति के लिए हुई सर्प प्रतिष्ठा व सर्प पूजन
कोरोना माहमारी से मुक्ति के लिए हुई सर्प प्रतिष्ठा व सर्प पूजन

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Published : Apr 18, 2021, 7:38 PM IST

वाराणसी: बीते एक अप्रैल से तेजी से फैले कोरोना महामारी के निवारण के लिए काशी में सर्प प्रतिष्ठा व सर्प पूजन प्रारंभ किया गया. काशी में राष्ट्रीय महासचिव केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के विश्व पुरोहित ज्योतिषाचार्य पं. अजीत मिश्रा द्वारा तुलसी घाट स्थित लोलार्क कुंड पर कोरोना निवारण के अचूक उपाय हेतु विशेष पूजन की शुरुआत की गई. ऐसे में महासभा द्वारा देश के सभी धर्माचार्य व पुरोहितों से माहमारी के प्रकोप को रोकने के लिए महामृत्युंजय जप करने की अपील की गई.

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पं. अजीत मिश्रा के नेतृत्व में शुरू हुई विशेष आराधना

पं. अजीत मिश्रा ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु वृषभ और केतु वृश्चिक राशि में होने और सभी ग्रहों के इनके अंदर होने के कारण देश सर्प दोष से ग्रसित है. बताया कि पड़ोसी देश चीन में सर्वाधिक सर्प हत्या होती है. इस कारण भगवान शिव के गले में विराजमान सर्प कुपित होकर विष निकाल रहे हैं.

बताया कि 15 अप्रैल के बाद मंगल ग्रह के मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. यह सर्प दोष निवारण के लिए सबसे अच्छा समय है. बताया कि इस समय महामृत्युंजय जप, मां गायत्री मंत्र व धनवंतरि पाठ करने व बाबा काल भैरव का स्मरण कर माता भगवती से प्रार्थना करने से इस संकट से शीघ्र ही मुक्ति मिल सकती है.

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ग्रह दोष के कारण तेजी से फैल रहा संक्रमण

पं. अजीत मिश्रा ने बताया कि भारत में सर्प को भगवान की उपाधि दी जाती है. मगर अन्य देशों में सर्प को आहार समझकर उनकी हत्या की जाती है. इसके कारण सर्प दोष का पाप लगता है. उन्होंने बताया कि ये उसी का दुष्परिणाम है कि पूरा विश्व असमय काल के गाल में समा रहा है.

बताया कि इस संकट से निवारण के लिए हम सर्प योग का पूजन कर रहे हैं जो विश्व कल्याण और महामारी पर रोकथाम के लिए आवश्यक है. साथ ही पं. अजीत मिश्रा ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि नवरात्र का समय चल रहा है, सब मिलकर मां भगवती से प्रार्थना करें कि जल्द से जल्द इस महामारी से छुटकारा मिले.

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