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खुशखबरी: श्रमिक कार्ड धारकों को मिलेगा आयुष्मान भारत योजना का लाभ, जानें कैसे

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Published : Feb 5, 2022, 12:53 PM IST

आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat Yojana), प्रधानमंत्री जन आयोग्य योजना (Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) के अंतर्गत आने वाले श्रमिक कार्ड धारकों (Labour Card Holder) के लिए खुशखबरी है. इन योजनाओं के तहत आने वाले श्रम कार्ड धारकों को भी आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा.

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श्रमिक कार्ड धारक

वाराणसी:यदि आप श्रम कार्ड धारक है, तो आप भी स्वास्थ्य बीमा का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए विभाग ने नई शुरुआत की है. आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat Yojana), प्रधानमंत्री जन आयोग्य योजना (Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) के अंतर्गत अब श्रमिक कार्ड धारकों (Labour Card Holder) का भी आयुष्मान कार्ड (Ayushman card) बनाया जा रहा है. जी हां, उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत श्रमिक कार्ड धारकों को भी आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जोड़ा गया है. उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत 1 अक्टूबर 2019 से 31 अक्टूबर 2020 के बीच जिसका भी संगठित श्रम कार्ड बना हुआ है, उसका भी अब आयुष्मान कार्ड बनेगा.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी (Dr. Sandeep Chaudhary) कहा कि शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार, अब जनपद के सभी श्रमिक कार्ड धारकों का आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. श्रमिक कार्ड धारक अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं. इसके लिए राशन कार्ड, श्रम कार्ड और आधार कार्ड ले जाना अनिवार्य है. अधिक जानकारी के लिए नाटी इमली स्थित श्रम कार्यालय पर जाकर संपर्क कर सकते हैं.

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पीएमजेएवाई के तहत जनपद में समस्त लक्षित 1,14,419 लाभार्थी परिवारों व मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत लक्षित 19,817 लाभार्थी परिवारों को शत-प्रतिशत कवर किया जा चुका है. दोनों योजनाओं को मिलाकर अबतक कुल 3,42,293 आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं.

जानकारी के मुताबिक, जिले के 23 सरकारी व 158 निजी चिकित्सालय सूचीबद्ध हैं, जिसमें योजना के लाभार्थी आयुष्मान कार्ड के जरिये प्रति वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज का लाभ उठा सकते हैं. इसके साथ ही योजना के अन्तर्गत अब तक करीब 84,735 लाभार्थियों का निःशुल्क इलाज सूचीबद्ध चिकित्सालयों में किया जा चुका है, जिसमें सरकारी अस्पतालों में 19,527 व निजी चिकित्सालयों में 65,208 लाभार्थियों ने इलाज प्राप्त किया है. योजना के अन्तर्गत अब तक करीब 95,55,19,104 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है.

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