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ट्रांसपोर्टर हत्याकांड: हत्या के लिए दो लाख की दी गई थी सुपारी, 6 गिरफ्तार

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Published : Jun 12, 2021, 6:46 AM IST

सुलतानपुर के अखंडनगर थाना क्षेत्र में एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी की हत्या मामले में पुलिस ने शुक्रवार को 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त वाहन और असलहा भी बरामद किया है. हत्या के लिए दो लाख की सुपारी शूटर को दी गई थी.

हत्या के लिए दो लाख की दी गई थी सुपारी
हत्या के लिए दो लाख की दी गई थी सुपारी

सुलतानपुर: जिले के अखंड नगर थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्टर की गोली मारकर हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हत्या के लिए दो लाख की सुपारी शूटर को दी गई थी. पुलिस ने राजफाश करते हुए पिता-पुत्र समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.

गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा था क्षेत्र
जिले के अखंडनगर थाना क्षेत्र के पौधन रामपुर में 7 जून की रात हुई ट्रांसपोर्टर जितेंद्र उर्फ पिंटू की हत्या भाड़े के शूटरों से कराई गई थी. इसके लिए शूटरों से लाख रुपये की सौदेबाजी की गई थी. हालांकि पुलिस ने मामले का राजफाश करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान गांव के ही पंकज, धीरज व उसके पिता राम प्यारे जायसवाल के अलावा पिपरी पट्टी निवासी रमेश वर्मा व सरपतहा जौनपुर थाना निवासी अखिलेश वर्मा व सत्यम वर्मा के रूप में हुई है. हत्याकांड में इस्तेमाल अवैध तमंचा भी बरामद कर लिया गया है.

ऐसे हुई थी हत्या
घटनावाले दिन जितेंद्र बाइक से कादीपुर जा रहे थे. जहां उनकी हत्या कर दी गई. मृतक के भाई अनिल कुमार सिंह की तहरीर पर राम प्यारे जायसवाल, पंकज, धीरज व रमेश वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्जकर आरोपितों की तलाश की जा रही थी. जांच में पाया गया कि जितेंद्र व राम प्यारे जायसवाल के बेटों से नाली के पानी निकलने को लेकर कुछ दिनों पूर्व विवाद हुआ था. एसपी डॉ. विपिन कुमार सिंह ने बताया कि आरोपितों की धरपकड़ के लिए एसओजी प्रभारी अजय प्रताप यादव व थाना प्रभारी राजकुमार वर्मा की टीम लगाई गई थी. शुक्रवार को सभी वांछितों को दबोच लिया गया.

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रमेश वर्मा ने उपलब्ध कराए शूटर
क्षेत्राधिकारी कादीपुर कृष्णकांत सरोज ने बताया कि जितेंद्र की दखलअंदाजी से तंग आकर राम प्यारे व उसके दोनों बेटे उसे रास्ते से हटाने की योजना बना रहे थे. इसी दौरान इनकी मुलाकात पेशे से वकील रमेश वर्मा से हुई. उसने ही अखिलेश वर्मा व सत्यम वर्मा से राम प्यारे के बेटे पंकज को मिलाया था. अखिलेश इसके पहले भी 2012 व 2014 में गोली मारने के आरोप में जेल जा चुका है. इसका मुकदमा भी रमेश वर्मा ही देख रहे थे. पंकज के कहने पर अखिलेश दो लाख रुपये लेकर जितेंद्र की हत्या के लिए तैयार हो गया. जितेंद्र की कनपटी में गोली अखिलेश ने मारी थी, जबकि बाइक सत्यम वर्मा चला रहा था.

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