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ट्रैक्टर परेड में रामपुर के किसान की मौत, दिल्ली पुलिस पर गोली मारने के आरोप

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Published : Jan 26, 2021, 11:48 PM IST

Updated : Jan 27, 2021, 6:18 AM IST

रामपुर जिले के किसान की दिल्ली में ट्रैक्टर परेड में मौत हो गई. देर रात किसान का शव दिल्ली से रामपुर पहुंचा. जिला अस्पताल में डाॅक्टरों के पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. वहीं मृतक के दादा ने दिल्ली पुलिस पर गोली मारने के आरोप लगाए हैं.

दिल्ली से रामपुर पहुंचा मृतक का शव.
दिल्ली से रामपुर पहुंचा मृतक का शव.

रामपुर: कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकाला था, जिसमें जिले का भी एक किसान शामिल था. इस दौरान मची भगदड़ में किसान की मौत हो गई. किसान का शव दिल्ली से देर रात रामपुर पहुंच गया. जिला अस्पताल में डाॅक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है. वहीं मृतक किसान के दादा ने दिल्ली पुलिस पर गोली मारने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पोते की मौत पुलिस की गोली से हुई है.


जिले की तहसील बिलासपुर के डिब्बा गांव यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर स्थित है. इस गांव का निवासी नौजवान किसान नवरीत सिंह पुत्र साहिब सिंह दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे आंदोलन में शामिल था. प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकाला था. इस दौरान भगदड़ मची. किसानों और पुलिस में झड़प भी हुई, जिसमें नवरीत सिंह की मौत हो गई. किसान की मौत से गांव में मातम छाया हुआ है. मृतक की उम्र करीब 24 वर्ष है. वह दो-तीन दिनों से किसान आंदोलन में शामिल था.

मृतक किसान नवरीत सिंह (फाइल फोटो).

मृतक के दादा ने दिल्ली पुलिस पर लगाए आरोप

मृतक किसान के दादा हरदीप सिंह ने बताया कि उनके पोते को पुलिस ने सीधे माथे पर गोली मारी है. पुलिस के मुताबिक ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत हुई है. इस पर मृतक के दादा ने कहा कि सब झूठ बोलते हैं. सब अपनी चमड़ी बचाने के लिए कहानियां कर रहे हैं. सामने से उसे गोली लगी है, जो माथे से क्रॉस करके बाहर निकल गई. उन्होंने कहा कि सरकार ने शांतिपूर्ण आंदोलन को भटकाने के लिए बहुत बड़ी साजिश की है. आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने मेरे पोते का कत्ल किया है. पूरे मामले में जवाबदेही सरकार की है.

मृतक के दादा ने लगाया दिल्ली पुलिस पर आरोप.

हरदीप सिंह ने कहा, ट्रैक्टर पलटने से नहीं हुई मौत
हरदीप सिंह ने कहा कि दिल्ली पुलिस के मुताबिक ट्रैक्टर पलटने से मौत हुई है. अगर ट्रैक्टर पलटने से मौत हुई होती तो उसे अस्पताल लेकर जाते. उसे पुलिस अस्पताल लेकर नहीं गई. वह तीन घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा. उसे गोली मारने के बाद सब लोग भाग गए.

पुलिस की वर्दी में थे आरएसएस के लोग

उन्होंने कहा कि पुलिस की वर्दी में आरएसएस के लोग थे. पिछले दिनों एक चिट्ठी मिली थी और एक बीजेपी का लेटर पैड भी मिला था. जिसमें लिखा था कि आप आओ और आंदोलन में शामिल हो जो दिल चाहे करो तुम्हारा कुछ नहीं होगा. मृतक के दादा ने कहा कि पुलिस की वर्दी में पुलिस वाले थे या बीजेपी के लोग थे या आरएसएस के लोग. सरकार हमें जांच करा कर बताए.

सरकार पर आंदोलन को उग्र कराने का आरोप

पुलिस किसान आंदोलन में शामिल उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कह रही है. इस पर हरदीप सिंह ने कहा कि अगर उपद्रव होता तो 3 महीने से शांतिपूर्ण आंदोलन नहीं चल रहा होता. उन्होंने कहा कि उपद्रव कराया जा रहा है. साथ ही उन्होंने सरकार पर आंदोलन को उग्र करने का भी आरोप लगाया. वहीं मामले में रामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया एक शव दिल्ली से आया है. मृतक युवक डिब्बा का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि डाॅक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

Last Updated : Jan 27, 2021, 6:18 AM IST

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