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नरेंद्र गिरि मौत मामला: मठ में 13 घंटे तक सीबीआई करती रही जांच, महंत का कमरा सील

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Published : Sep 27, 2021, 3:21 AM IST

नरेंद्र गिरि मौत मामला

सीबीआई की टीम दूसरे दिन करीब 13 घण्टे तक मठ बाघम्बरी गद्दी में डटी रही. इस दौरान देर रात सीबीआई की टीम ने जांच पड़ताल के बाद महन्त नरेंद्र गिरी के कमरे को सील कर दिया. मठ में दूसरी मंजिल पर बने उस कमरे में महन्त नरेंद्र गिरी रहते थे. इस कमरे की जांच पड़ताल करने के बाद सीबीआई ने कई तरह के साक्ष्य इकट्ठा किये हैं.

प्रयागराज :महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले की जांच करने सीबीआई रविवार को दिन में ग्यारह बजे बाघंबरी मठ में पहुंची. इस दौरान करीब 13 घंटों तक लगातार सीबीआई मठ की छानबीन करती रही. बताया जा रहा है कि जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरी आराम करते थे, सीबीआई की टीम ने उस कमरे की भी कई घण्टे तक पड़ताल की. इस दौरान सीबीआई ने मठ में उनके बेड के साथ ही अलमारी की भी जांच पड़ताल की. इसके अलावा सीबीआई ने इस बात की जानकारी भी हासिल की है, कि महंत नरेंद्र गिरी कौन-कौन सी दवाएं खाते थे. वहीं कमरे में रखी मिली दवाओं को भी टीम ने देखा, साथ ही कमरे से बरामद कई सामानों को सीबीआई ने जांच पड़ताल के बाद कब्जे में लिया है. इसके अलावा देर रात टीम ने महन्त नरेंद्र गिरी के उस कमरे को मजिस्ट्रेट के सामने सील कर दिया.


मठ में 13 घंटे तक डटी रही सीबीआई

सीबीआई की टीम दिन में जहां ग्यारह बजे के करीब मठ बाघम्बरी गद्दी पहुंची थी. वहीं दिन भर की पूछताछ व पड़ताल करने के बाद रात 12 बजे तक सीबीआई मठ में डटी हुई थी. इस तरह से सीबीआई की टीम दूसरे दिन मठ में तेरह घंटे तक नरेंद्र गिरी के सुसाइड मामले की जांच पड़ताल करती रही. इस पड़ताल के दौरान सीबीआई बलवीर गिरी व मठ के दूसरे लोगों से भी अलग अलग बिंदुओं पर पूछताछ करती रही.

सीबीआई राइटिंग एक्सपर्ट्स से मिलवायेगी महंत नरेन्द्र गिरी का दस्तखत

सीबीआई की टीम ने रविवार को मठ बाघंबरी गद्दी में गहनता के साथ मामले की जांच पड़ताल की. एक तरफ जहां सीबीआई सुसाइड के घटना की पड़ताल कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ सीबीआई टीम के मेंम्बर, सुसाइड नोट की सत्यता भी जांचने में जुट गये हैं. घटना वाले दिन कई पन्नों वाला सुसाइड नोट भी कमरे से बरामद हुआ था. जिस सुसाइड नोट को लेकर तमाम सवाल खड़े होने लगे. महंत नरेन्द्र गिरी को जानने वाले ज्यादातर लोग इस बात को मानने को तैयार नहीं थे कि महंत नरेन्द्र गिरी इतना लंबा चौड़ा पत्र लिख सकते हैं. एक स्वर से हर लोग सुसाइड नोट को फर्जी बता रहे थे. जिसके बाद पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गयी थी. इसके साथ ही सीबीआई ने जेल में बंद इस मामले के तीनों आरोपियों की कस्टडी रिमांड के लिये कोर्ट में अर्जी दे दी है. जिस पर सोमवार को मामले की सुनवाई के बाद रिमांड देने पर फैसला करेगी.

सुसाइड नोट और सरकारी दस्तावेजों के दस्तखत का मिलान करवायेगी सीबीआई

सीबीआई टीम के एक्सपर्ट्स महंत नरेन्द्र गिरी के सरकारी दस्तावेज पैन कार्ड, आधार कार्ड समेत दूसरे कागजात से महंत नरेन्द्र गिरी के दस्तखत का भी मिलान कर रही थी. बताया जा रहा है- सीबीआई की टीम के मौजूद लोगों ने महंत नरेन्द्र गिरी कमरे से कई दस्तावेजों को खंगालने के साथ ही, कुछ कागजात को जांच के लिये अपने कब्जे में लिया है. सुसाइड वाले कमरे से मिले सुसाइड नोट में किये गये महंत नरेन्द्र गिरी के दस्तखत और पैन कार्ड में किये गये दस्तखत का आपस में मिलान किया. सीबीआई अब इस पैन कार्ड के अलावा दूसरे दस्तावेजों में किये गये दस्तखत का आपस में मिलान करवायेगी. इसके लिये इन दस्तावेजों को सीबीआई राइटिंग एक्सपर्ट्स के पास भेजकर उनकी सच्चाई का पता लगायेगी.

सीबीआई ने आरोपियों की मांगी दस दिन की कस्टडी रिमांड

सीबीआई की टीम महंत नरेन्द्र गिरी को सुसाइड के लिये उकसाने के आरोपियों की 10 दिन की कस्टडी रिमाांड की मांग की है. सीबीआई की तरफ से दाखिल की गयी इस अर्जी पर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई होगी. सीबीआई ने जेल में बंद आरोपियों आनंद गिरी, पुजारी आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की कस्टडी रिमांड लेने के लिये कोर्ट में अप्लीकेशन दिया है. सीबीआई की तरफ से एडिशनल एसपी के एस नेगी की तरफ से कोर्ट में अर्जी दी गयी है. जिसका आनंद गिरी के वकील विरोध भी करेंगे. इस अर्जी पर सोमवार को सीजेएम कोर्ट में दिन में सुनवाई होगी. अभी आनंद गिरी के साथ ही पुजारी अद्या तिवारी और उसका बेटा संदीप 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है.

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