फाइनल में हारी गर्ल्स हॉकी की पटना टीम, बॉयज टीम ने भी गंवाया मैच
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में अनवर हाकी सोसाइटी के बैनर तले तीन दिवसीय हॉकी मैच का आयोजन चल रहा था जिसका मंगलवार को समाप्त हुआ. कार्यक्रम में सोसाइटी के सीनियर कोच खुर्शीद अली, कोच जसीम, कोच गुफरान के साथ अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
प्रतापगढ़: अनवर हॉकी सोसाइटी के द्वारा शहर के गवर्नमेंट इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर तीन दिवसीय हॉकी मैच श्रृंखला का मंगलवार को अंतिम दिवस के मैचों का आयोजन हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक श्री सर्वदानंद, अति विशिष्ट अतिथि भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान श्री अजितेश राय एवंम नवल टाटा अकेडमी के सेलेक्टर श्री मनीष उपस्थित हुए. जिन्होंने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त किया. परिचय प्राप्त के बाद मैच का शुभारंभ किया गया.
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में अनवर हाकी सोसाइटी के बैनर तले तीन दिवसीय हॉकी मैच का आयोजन चल रहा था जिसका मंगलवार को फाइनल के शानदार मैचों के साथ समाप्त हुआ. पहला मैच अनवर हॉकी सोसाइटी की गर्ल्स टीम एवंम आरके राय फॉउंडेशन पटना बिहार के गर्ल्स टीम के बीच खेल गया. जिसमें अनवर हॉकी सोसाइटी की टीम 1-0 से विजयी हुई. दूसरा मैच अनवर हॉकी सोसाइटी की ब्वायज टीम एवम आरके राय पटना बिहार की ब्वायज टीम के बीच खेला गया जिसमें अनवर हॉकी सोसाइटी की टीम ने 1-0 से जीत दर्ज किया.
लेडी डॉक्टरों ने बढ़ाया हौसला
अनवर हॉकी सोसाइटी के तत्वाधान में जीआईसी ग्राउंड पर तीन दिवसीय श्रृंखला के दूसरे दिवस के मैचों के आयोजन महिला दिवस यानी 08 मार्च को खेला गया. जिसमें मुख्य अथिति के तौर पर डॉक्टर नाजिया खान, श्रीमती अशना कदीर रहीं और उन्होंने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त कर दोनों मैचों का शुभारम्भ किया. साथ ही खिलाड़ियों की हौसलाफजाई भी की.
मुख्य अतिथि ने किया पुरस्कार वितरण
मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक सर्वदानंद एवं भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान अजितेश राय ने खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया. साथ ही उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं. इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पूर्व ओलयम्पियंन अनवर खान की उपस्थिति पूरे श्रृंखला में बनी रही. उनकी उपस्थित से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा रहा.
कार्यक्रम में सोसाइटी के सीनियर कोच खुर्शीद अली, कोच जसीम, कोच गुफरान के साथ ही गणेश शर्मा, अल्लाउद्दीन, अली हुसैन इरफान राईन, विजय यादव, देवराज नंदन ओझा का योगदान सराहनीय रहा.