प्रतापगढ़ः पाकिस्तान में कट्टरपंथियों द्वारा भगवान गणेश के मंदिर में हिंसा, तोड़फोड़ का वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को स्थानीय सिविल न्यायालय में पाकिस्तान पीएम (Pakistan PM) के खिलाफ परिवाद दाखिल किया गया है. ऑल इंडिया रूरल बार एसोशिएसन (All India Rural Bar Association) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल की ओर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ दाखिल परिवाद की सुनवाई दोपहर में सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई.
याचिकाकर्ता ज्ञानप्रकाश शुक्ल के अधिवक्ता रमेश पांडेय और अनिल त्रिपाठी महेश ने सिविल कोर्ट से कहा कि पाकिस्तान मे भगवान गणेश के मंदिर में आगजनी और कट्टरपंथियों द्वारा पूजन सामग्री आदि नष्ट किये जाने से भारत के हिन्दू आस्था रखने वाले करोड़ों भक्तों में आक्रोश उत्पन्न हुआ है.
कोर्ट को वकीलों ने बताया कि लगभग दो घण्टे तक कट्टरपंथी मंदिर को आग के हवाले कर पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सैकड़ों हिन्दुओं पर हत्या की नीयति से प्राणघातक हमले करते रहे. पाकिस्तान की सरकार और उसकी पुलिस पूरे घटनाक्रम मे मूकदर्शक बनीं रही. उन्होंने पाकिस्तान के सत्तारूढ़ पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के एक सांसद द्वारा घटना का वीडियो ट्विटर पर साझा किये जाने का भी साक्ष्य न्यायालय मे पेश किया. याचिकाकर्ता ने कहा कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत समेत दुनिया के कई हिस्सो में इस पूर्व नियोजित घटना के जरिए हिंसा का माहौल उत्पन्न करने तथा हिन्दू बाहुल्य भारत देश की आंतरिक शांति को बिगाड़ने का षडयंत्र रचकर देश की सम्प्रभुता को विखण्डित करने का भी आपराधिक षडयंत्र किया है.