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विशेष: यूपी की इस जेल में अपराधी बन रहे हैं आत्मनिर्भर

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Published : Apr 4, 2021, 2:14 PM IST

पीलीभीत जिला कारागार में बंद कैदी जेल अधीक्षक की इस पहल पर प्लास्टिक के कार कवर, साड़ी कवर, बॉक्स सहित कुल्हड़ बनाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं. जेल अधीक्षक ज्ञान प्रकाश का प्रयास है कि ये कैदी सजा पूरी होने के बाद अपने परिवार व समाज के बीच एक अपराधी बनकर नहीं बल्कि एक जिम्मेदार परिवार का मुखिया बन कर घर लौटें. इतना ही नहीं इन कैदियों को इसका मेहनताना भी मिल रहा है.

कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की चल रही कवायद.
कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की चल रही कवायद.

पीलीभीत: जिला कारागार में सजा काट रहे बंदियों को अपराध की दुनिया से हटाकर उन्हें सही राह पर लाने के लिए जेल अधीक्षक ज्ञान प्रकाश उन्हें आत्म निर्भर बनाने की पहल कर रहे हैं. जिसके चलते जेल में प्लास्टिक के कार कवर, साड़ी कवर, बॉक्स सहित कुल्हड़ बनाने का प्रशिक्षण देकर कैदियों को हुनर मन्द किया जा रहा है. यही नहीं जेल से बने उत्पादों की बाजार में प्रशंसा भी हो रही है.

कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की चल रही कवायद.

जेल अधीक्षक ज्ञान प्रकाश की पहल
जेल में इन दिनों हथियारों का इस्तेमाल कर अपराध की दुनिया से आए अपराधी जो जेल में सजा काट रहे हैं. उन्हें अब आत्मनिर्भरता की कला से जुड़े कुछ हुनर सिखाये जा रहे हैं. ताकि वे सजा पूरी होने के बाद अपने परिवार और समाज के बीच एक अपराधी बनकर नहीं बल्कि एक जिम्मेदार परिवार का मुखिया बन कर घर लौटें. इन दिनों जेल में बंदियों से कुल्हड़, साड़ी और कार के कवर सहित तमाम उपयोग की वस्तुएं तैयार करवाई जा रही हैं. जिसका उन्हें मेहनताना भी दिया जा रहा है.

बाजार में हो रही उत्पादों की प्रशंसा
पीलीभीत के बाजार में इन दिनों जेल में कैदियों द्वारा बनाए गए तमाम उत्पादों की प्रशंसा खूब हो रही है. यह उत्पाद जनता के मन को भी भा रहे हैं. शहर की तमाम मिठाइयों की दुकान पर चाय और लस्सी के कुल्हड़ की आपूर्ति जेल से ही की जा रही है. इसके साथ तमाम मिट्टी के उत्पाद भी जेल में बंद कैदियों द्वारा तैयार किए गए हैं, जो पीलीभीत के मार्केट में इन दिनों लोगों की पहली पसंद बन गए हैं. लोगों का कहना है कि मार्केट में ना मिलने वाले प्रोडक्टों की डिमांड जेल से पूरी हो रही है.

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