उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

मेरठ में फिर बाहर आया पलायन का जिन्न, पॉश इलाके में लगे 'मकान बिकाऊ है' के बोर्ड

By

Published : Jul 20, 2019, 8:50 PM IST

यूपी के मेरठ स्थित प्रहलाद नगर कालोनी में पलायन का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब शास्त्रीनगर जैसी पाॅश कालोनी में भी अराजकतत्वों के कारण लोग पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं. लोगों ने अपने घरों के बाहर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर चिपका दिए हैं.

मेरठ के शास्त्रीनगर में लगे मकान बिकाऊ है के बोर्ड.

मेरठ:शास्त्रीनगर कॉलोनी में अराजकतत्वों के कारण लोग पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं. लोगों ने अपने घरों के बाहर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर चिपका दिए हैं. इसी कॉलोनी में भाजपा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल भाजपा जिलाध्यक्ष भी रहते हैं. इसके बाद भी यहां के लोग छेड़छाड़ से परेशान होकर पलायन की बात कह रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि समुदाय विशेष के लोग आए दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं. कई बार पुलिस से शिकायत के बावजूद भी स्थिति जस की तस है. हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि लोग अपने घर बेचने को मजबूर हैं.

मेरठ के शास्त्रीनगर में लगे मकान बिकाऊ है के बोर्ड.

डर के साये में रहने को मजबूर लोग

लोगों का आरोप है कि वे अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं. पहले इस कॉलोनी में समुदाय विशेष के एक दो ही थे लेकिन अब इनके पंद्रह-बीस घर हो गए हैं. इनके यहां आने वाले युवक स्थानीय महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं. अगर वे घर के बाहर खड़ी होती हैं तो उन पर छींटाकशी करने के साथ ही आए दिन चेन तोड़ ली जाती है. अब उनका यहां रहने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि तमाम शिकायतों के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है. मजबूरन वे अपना मकान बेचकर यहां से जाना चाहते हैं.

मेरठ के शास्त्रीनगर में लगे मकान बिकाऊ है के बोर्ड.

पीड़ित लोगों का ये कहना है

पीड़ित महिला नीरज पुंडीर ने बताया कि उनका और उनके परिवार की लड़कियों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. उनका कहना है कि आसपास के कुछ मकानों को दूसरे समुदाय के लोगों ने खरीद लिया है. इन लोगों के यहां अराजकतत्वों का आना-जाना लगा रहता है. वे बाइक से तेज होर्न बजाते हुए उनके घर के सामने से निकलते हैं. तेज आवाज में अश्लील गाने बजाये जाते हैं. विरोध करने पर मारपीट पर उतर आते हैं. थाने में कई बार इसकी शिकायत जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

एक बाइक पर तीन-चार लड़के आते हैं. तेज आवाज में हॉर्न बजाते हैं, लड़कियों को छेड़ते हैं. पुलिस सुनवाई नहीं करती, ऐसे में यहां रहना सुरक्षित नहीं है.
- नीरज पुंडीर, स्थानीय महिला

शास्त्रीनगर में कुछ लोगों ने अपने घरों के आगे मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाने की सूचना मिली है. इस संबंध में उनसे बात की जाएगी और उनकी जो भी समस्याएं हैं, उनका निस्तारण किया जाएगा.
-हरिमोहन सिंह, सीओ

Intro:मेरठ ब्रेकिंग

छेड़खानी और बेटियों के महफूज ना होने के चलते लोग पलायन पर मजबूर

घर के बाहर मकान बिकाऊ है के चस्पा किए पोस्टर

दूसरे समुदाय के युवकों पर छेड़खानी और दुर्व्यवहार करने का आरोप

मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर सेक्टर 8 का है पूरा मामला


Body:एंकर - मेरठ के प्रहलाद नगर कालोनी में पलायन का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब हिन्दू बाहुल्य शास्त्रीनगर जैसी पाॅश कालोनी में भी अराजकतत्वों के कारण लोग पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं। लोगों ने अपने घरों के बाहर मकान बिकाऊ हैं के पोस्टर चिपका दिए हैं। यह हाल तो तब है जब पीडितों से चंद कदम की दूरी पर ही भाजपा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल रहते हैं। भाजपा के जिलाध्यक्ष भी इसी शास्त्रीनगर कालोनी में निवास करते हैं। इसके बाद भी यहां के लोग छेड़छाड़ से परेशान होकर पलायन की बात कह रहे हैं।


वी ओ 01 - पीडित महिला नीरज पुंडीर ने बताया कि उनका और उनके परिवार की लड़कियों का बाहर निकलना मुश्किल किया हुआ है। उन्होंने बताया कि आसपास के कुछ मकानों का दूसरे समुदाय के लोगों ने खरीद लिया है। इन लोगों के यहां अराजकतत्वों का आना जाना है। वे तेज बाइक से होर्न बजाते हुए उनके घर के सामने से निकलते हैं। तेज आवाज में अश्लील गाने बजाये जाते हैं। मना करने पर लड़ाई पर उतर आते हैं। इसकी शिकायत कई बार थाने में की जा चुकी हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।


वी ओ 02-पीडित महिला का आरोप है कि हम लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। पहले ये लोग एक दो मकानों में ही सीमित थे। लेकिन अब इनके पंद्रह-बीस घर हो गए है। जिसके कारण इनके यहां अराजक किस्म के युवकों का आना जाना लगा रहता है। लड़कियां अगर घर से बाहर खड़ी होती हैं तो उन पर छीटाकशी की जाती हैं। उनका दूध लेने जाना मुश्किल हो गया है। आए दिन चेन तोड़ ली जाती है। वे कई बार इसकी शिकायत कर चुकी हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। एक बाइक पर तीन चार लड़के आते हैं। तेज आवाज में होर्न बजाते हैं लड़कियों को छेड़ते हैं। उन्होंने कहा कि अब उनका यहां पर रहने का कोई फायदा नहीं है। इसलिए वे अपना मकान बेचकर यहां से जाना चाहती हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है की पलायन का कोई मामला नहीं है बल्कि इन लोगों की जो भी समस्याएं हैं उसका जल्दी निस्तारण कर दिया जाएगा...



बाइट हरिमोहन सिंह सीओ मेरठ


पारस गोयल मेरठ
7618287058





Conclusion:हालांकि इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है की पलायन का कोई मामला नहीं है बल्कि इन लोगों की जो भी समस्याएं हैं उसका जल्दी निस्तारण कर दिया जाएगा...

ABOUT THE AUTHOR

...view details