मेरठ :पुलिस-प्रशासन के हमेशा रडार पर रहने वाले हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही को बड़ी राहत मिल गई है. सचिन लगे गुंडा एक्ट को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था, वहीं अब एसीएम कोर्ट में चल रही मुचलका पाबंदी की कार्रवाई को भी पुलिस की ओर से साक्ष्य मुहैया न कराने पर खारिज कर दिया गया है. हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने आरोप लगाया है कि कुछ अधिकारी दवाब में आकर उनपर कार्रवाई कर रहे हैं. वे आगे भी हिदुओं की लड़ाई लड़ते रहेंगे.
मेरठ के हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही पर मेरठ में गुंडा एक्ट और जिलाबदर की कार्रवाई पूर्व में पुलिस की तरफ से की गई थी. इस कार्रवाई को लेकर सचिन सिरोही के पक्ष में स्वामी यति नरसिंहानंद ने भी विरोध किया था. जिसके बाद सचिन ने हाईकोर्ट का रुख किया था. वहां उन्हें हाईकोर्ट से बड़ी राहत यह मिली कि उन पर लगे गुंडा एक्ट को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया. वहीं अब एसीएम कोर्ट में चल रही मुचलका पाबंदी की कार्रवाई को भी पुलिस की ओर से साक्ष्य मुहैया न कराने के अभाव में खारिज कर दिया गया है.
इस बारे में सचिन सिरोही ने कहा कि वह एक हिंदूवादी व्यक्ति हैं और उनकी विचारधारा हिंदुत्व के साथ है. कहा कि वह मानते हैं कि जब कोई व्यक्ति सच की लड़ाई लड़ता है तो उसे परेशानियां होती हैं. कहा कि उन पर पिछले 2 साल में आठ मुकदमे केवल हिंदू हित की बात कहने और हिंदुओं के साथ खडे़ होने पर दर्ज किए गए हैं. वह कहते हैं कि वह आज तक हैरान हैं कि उन्हें AIMIM चीफ ओवैसी का पुतला जलाने पर भी 10 दिन के लिए जेल जाना पड़ा था. कहा कि उसके बाद बीते माह 30 नवंबर को उन्हें गुंडा एक्ट की कार्रवाई का नोटिस दिया गया था.