मऊ : उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की घोषणा अभी तो नही हुई है लेकिन इसकी सरगर्मी गांव के चौपाल में बढ़ने लगी है. लोग गांव के विकास की चर्चाएं कर रहें हैं क्योंकि सरकार पंचायत में विकास के लिए बजट देने में कोई कमी नही कर रही है. ऐसे में जो ग्राम प्रधान सक्रिय हैं, उस गांव में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं. ऐसा ही एक गांव जिले का हलधरपुर है. ग्राम प्रधान नरसिंह सिंह ने ग्राम पंचायत के बजट से प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प कर दिया है, ताकि गांव के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो.
कान्वेंट स्कूल से कम नहीं है प्राथमिक विद्यालय हलधरपुर
मऊ का प्राथमिक विद्यालय हलधरपुर शहर के कॉन्वेंट स्कूलों को मात दे रहा है. यहां ग्राम प्रधान ने शिक्षकों के साथ मिलकर स्कूल का कायाकल्प कर दिया है. उनका कहना है कि हमारा उद्देश्य गरीब बच्चों को शिक्षा के साथ बेहतर माहौल देना है.
8 लाख की बजट से विद्यालय का हुआ कायाकल्प
प्राथमिक विद्यालय हलधरपुर का परिसर चमक रहा है. क्लास रूम में बच्चों को बैठने के लिए बेहतर क्वॉलिटी का डेस्क बेंच है तो वहीं पढ़ाने के लिए ह्वाइट बोर्ड लगा है. इस परिषदीय विद्यालय को कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है. यहां शिक्षण सामग्री के साथ-साथ परिसर को स्वच्छ और सुंदर बनाने पर भी विशेष ध्यान रखा गया है. स्कूल में विभिन्न प्रकार के फूलों के गमले तो रात में प्रकाश के लिए सोलर पैनल भी लगा है.
गरीब बच्चों की अच्छी और निशुल्क शिक्षा मिल सके इस उद्देश्य को लेकर ग्राम प्रधान ने प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प कर दिया है. ग्राम प्रधान नरसिंह सिंह ने बताया कि 14वें वित्त आयोग की बजट से लगभग 8 लाख की खर्च से स्कूल की बाउंड्री वॉल, परिसर में इंटरलॉकिंग, क्लासरूम की फर्स पर टाइल्स, डेस्क-बेंच, तीन शौचालय सहित पूरे विद्यालय का रंगरोगन किया गया है. प्रधान ने बताया कि मेरा उद्देश्य है कि गांव का कोई बच्चा पढ़ाई से वंचित न रहे, अच्छी शिक्षा मिलेगा तभी विकास होगा. मेरे इस उद्देश्य को सफल बनाने में स्कूल के शिक्षक और गांव वाले भी खूब सहयोग दे रहे हैं.