मथुरा:चर्चित जवाहर बाग कांड की यादें आज भी मथुरा वासियों की रूह कपां देती है. 2 जून 2016 को कथित सत्याग्रहियों से घिरे 270 एकड़ में फैले जवाहर बाग को खाली कराने के दौरान एक एसएचओ और एसपी सिटी सहित 29 लोगों की मौत हो गई थी. 96 आरोपियों के विरुद्ध सीबीआई ने गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. अब गाजियाबाद के सीबीआई कोर्ट में 96 आरोपियों की सुनवाई चलेगी.
कथित सत्याग्रही अटपटी मांगों को लेकर काफी समय से धरने पर जवाहर बाग में बैठे हुए थे. जिसे खाली कराने की लगातार मांग की जा रही थी. घटना के संबंध में मथुरा में कुल 12 मुकदमे दर्ज हुए थे. वहीं, साल 2017 में केस की जांच सीबीआई को ट्रांसफर हो गई थी. सीबीआई ने घटना में 111 लोगों को दोषी माना था. अब तक हुई सुनवाई के दौरान 15 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 96 आरोपियों के विरुद्ध सीबीआई ने गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. अब गाजियाबाद के सीबीआई कोर्ट में 96 आरोपियों की सुनवाई चलेगी.
रामवृक्ष पक्ष के अधिवक्ता एलके गौतम ने बताया कि जवाहर बाग कांड 2 जून 2016 को मथुरा में हुआ था. इस मामले की विवेचना 2 मार्च 2017 से सीबीआई द्वारा की जा रही थी. इस मामले में सीबीआई द्वारा 111 लोगों को दोषी पाया गया. जिनमें से 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. इसलिए 96 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में दाखिल किया गया है.