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बारिश से हुए फसलों के नुकसान का योगी के मंत्रियों ने लिया जायजा, क्षतिपूर्ति के दिए आदेश

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Published : Oct 23, 2021, 3:39 PM IST

Updated : Oct 23, 2021, 7:29 PM IST

कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी (Cabinet Minister Laxmi Narayan Chaudhary) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर बारिश से नष्ट हुईं फसलों का आंकलन कराने का आग्रह किया था. कहा था स्थलीय सर्वे कराकर किसानों को उनकी फसलों के नुकसान की क्षतिपूर्ति कराएं.

कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने फसलों का किया निरीक्षण.
कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने फसलों का किया निरीक्षण.

मथुरा/पीलीभीत: जिले में विगत दिनों पूर्व हुई तेज बारिश के कारण लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा. इस बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ. हालांकि, शासन ने निरीक्षण कराकर क्षतिपूर्ति का आश्वासन दिया. इसी क्रम में शनिवार को चौपट हुई फसलों का प्रशासन, बीमा कम्पनी, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी और कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी (Cabinet Minister Laxmi Narayan Chaudhary) ने छाता विधानसभा क्षेत्र में स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सभी का मत है कि फसल का 90 फीसदी से अधिक का नुकसान हुआ है. लिहाजा, अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को हुए नुकसान का शीघ्र मुआवजा दिया जाए.

वहीं, पीलीभीत में भी उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने हेलीकॉप्टर से बाढ़ की चपेट में आने से फसलों के नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया. सर्वेक्षण के बाद कृषि मंत्री ने जल्द से जल्द बाढ़ से प्रभावित होने वाले किसानों तक मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया.

कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने फसलों का किया निरीक्षण.

मथुरा में हुई झमाझम बारिश के कारण किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था. अधिकतर फसलें नष्ट हो गईं थी, जिसके बाद किसानों ने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी. आपको बता दें कि कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कुछ दिन पूर्व किसानों को हुए नुकसान को लेकर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को पत्र लिखा था. कहा था कि भारी वर्षा और तेज हवाओं के चलते धान की फसल जमीन पर गिरकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. आलू और सरसों की फसलें भी खेतों में पानी भर जाने के कारण पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. आलू की बुआई के लिए प्रति एकड़ कृषि भूमि में 5 बोरी डीएपी और यूरिया की लागत आती है. ऐसे में फसलें नष्ट होने से किसानों की माली हालत अत्यंत दयनीय हो चुकी है.

कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने फसलों का किया निरीक्षण.

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पीलीभीत भी बीते दिनों पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश के बाद शारदा और देवा नदी में बाढ़ के हालात देखे गए. 49 ऐसे गांव थे जो बाढ़ आने से प्रभावित हुए थे. कई इलाकों में किसानों की फसलें भी जलभराव और भारी बरसात के कारण बर्बाद हो गई थी. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही एक दिवसीय दौरे पर पीलीभीत पहुंचे. जहां हेलीकॉप्टर से माधोटांडा, कलीनगर पूरनपुर समेत तमाम क्षेत्रों में फसलों के नुकसान का जायजा कृषि मंत्री ने लिया.

पीलीभीत के पूर्व सांसद वरुण गांधी लगातार किसानों की मांग उठाकर सरकार को घिरते नजर आ रहे हैं. ऐसे में जब वरुण गांधी को लेकर मंत्री सूर्य प्रताप शाही से सवाल किया गया तो सूर्य प्रताप शाही ने चुप्पी साधते हुए कहा कि मुझे इस संबंध में कुछ नहीं कहना. वहीं, जब किसानों को धान खरीद के दौरान एमएसपी ना मिलने को लेकर मंत्री सूर्य प्रताप शाही से सवाल किया गया एमएसपी के सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों के नुकसान का आकलन कर उन्हें मुआवजा दिया जाएगा.

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Last Updated : Oct 23, 2021, 7:29 PM IST

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