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दैवीय आपदा से फसलों के बर्बाद होने पर किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर तहसील में किया प्रदर्शन

तहसील पहुंचे किसानों ने बताया कि उनकी जीवनी का एकमात्र साधन सिर्फ कृषि है जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं लेकिन उसपर भी दैवीय आपदा ने ऐसा पानी फेरा कि उनके सामने जीवन यापन का अब कोई रास्ता नहीं बचा है.

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दैवीय आपदा से फसलों के बर्बाद होने पर किसानों ने मुआवजा की मांग को लेकर तहसील में किया प्रदर्शन

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Published : Jan 11, 2022, 9:39 PM IST

महोबा :बुंदेलखंड के महोबा में दैवीय आपदा, अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से फसलों के बर्बाद होने से परेशान सैकड़ों किसान मंगलवार को तहसील परिसर में प्रदर्शन करने पहुंच गए. इस दौरान एसडीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए जिला प्रशासन से मदद दिलाने की मांग की.

गौरतलब है कि महोबा में लगातार हुई बारिश के बाद ओलावृष्टि से किसानों की दलहन की फसल पूरी तरीह से नष्ट हो गई है. इससे किसानों के सामने अपने परिवार के पालन पोषण की चिंता भी सताने लगी है.

ऐसे में किसान सरकारी मदद की आस लगाए बैठे हैं. यही वजह है कि सदर तहसील के ग्राम काली पहाड़ी और छिकहरा गांव के दो सैकड़ा किसान तहसील में इकट्ठा होकर प्रदर्शन करते देखे गए. इनका कहना है कि अचानक हुई अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से खेत में खड़ी इनकी मटर, चना, मसूर, लाही और गेहूं की फसलें नष्ट हो चुकीं हैं.

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लगभग 90 फ़ीसदी फसलों के खराब हो जाने से किसानों के सामने आर्थिक तंगी खड़ी हो गई है. किसानों का कहना है कि फसलों के बर्बाद हो जाने से उनके द्वारा लिए गए कर्ज की अदायगी को लेकर अब वह चिंतित है.

उनके द्वारा खेती करने के लिए कर्ज लिया गया और ऐसे में दैवीय आपदा आने से उनकी मेहनत और उनकी आर्थिक क्षति उन्हें मुफलिसी की कगार पर ले आई. किसानों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है.

तहसील पहुंचे किसानों ने बताया कि उनकी जीवनी का एकमात्र साधन सिर्फ कृषि है जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं लेकिन उसपर भी दैवीय आपदा ने ऐसा पानी फेरा कि उनके सामने जीवन यापन का अब कोई रास्ता नहीं बचा है.

डीएम मनोज कुमार बताते हैं कि बीमा कंपनी को फसल बीमा का क्लेम जल्द देने के लिए निर्देशित किया गया है. साथ ही किसानों के नुकसान के आंकलन के लिए भी टीम गठित की गई है.

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