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देवबंद से चला रहा था जिहाद की फैक्ट्री, UP ATS ने किया गिरफ्तार तो हुआ खुलासा

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Published : Mar 14, 2022, 6:24 PM IST

Updated : Mar 14, 2022, 7:18 PM IST

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यूपी एटीएस ने सहारनपुर के देवबंद से सोमवार को इनामुल हक उर्फ इनाम इम्तियाज को गिरफ्तार किया है. इनामुल देवबंद में रह कर नौजवानों को वीडियो दिखा कर भारत के प्रति भड़काता था और उन्हें आतंकी बनने के लिए उकसा रहा था.

लखनऊःउत्तर प्रदेश का देवबंद एक बार फिर चर्चा में है. आतंकवादी निरोधक दस्ते (ATS) ने देवबंद के हॉस्टल से युवाओं को जिहाद के नाम पर बहकाकर पाकिस्तान भेजने की फिराक में लगे इनामुल हक को गिरफ्तार किया है. इनामुल देवबंद में रह कर नौजवानों को वीडियो दिखा कर भारत के प्रति भड़काता था और उन्हें आतंकी बनने के लिए उकसा रहा था. साथ ही इनामुल खुद पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग लेने के लिए भी जाने की फिराक में था.

सोशल मीडिया में जिहाद के वीडियो पोस्ट करता था इनामुल
आईजी यूपी एटीएस जी के गोस्वामी के मुताबिक मूलरूप से झारखंड के रहने वाला इनामुल हक़ उर्फ इनाम इम्तियाज सहारनपुर के देवबंद के एक होस्टल नजमी मंजील में रह रहा था. यहीं से वह सोशल मीडिया के माध्यम से जिहाद से जुड़े वीडियो वायरल कर रहा था. यही नहीं इनामुल लोगों को जिहाद करने के लिए भी उकसाता था. एटीएस आईजी के मुताबिक इनामुल पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान समेत कई देशों में चल रहे जिहाद से जुड़े व्हाट्सएप ग्रुप्स में जुड़ा हुआ था. उसे इन्हीं ग्रुप से वीडियो मिलते थे, जो भारत में लोगों के बीच फैला रहा था.

पाकिस्तान में हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने की तैयारी में था इनामुल
आईजी एटीएस ने बताया कि गिरफ्तार हुए संदिग्ध इनामुल उर्फ इनाम इम्तियाज सिर्फ भारत में लोगों को जिहाद के लिए ही नहीं उकसा रहा था बल्कि खुद पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भी जाने की तैयारी कर रहा था. आईजी ने बताया कि इनामुल एक व्यक्ति के माध्यम से लश्कर-ए- तैयबा के आतंकियों के संपर्क में आया था. लश्कर -ए- तैयबा के संपर्क में आने के बाद उसने पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग लेने की सहमति जताई थी. इसके बाद वो पाकिस्तान जाकर हथियार चलाने व आतंकी ट्रेनिंग लेने की तैयारी कर रहा था. वहीं, 12 मार्च को यूपी एटीएस की सहारनपुर यूनिट ने इनामुल के साथ हॉस्टल से दो अन्य युवकों को गिरफ्तार किया था. उन्हें उनके परिजनों को सौप दिया गया है.

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देवबंद में पहले भी आतंकी संगठन से जुड़े संदिग्ध हो चुके हैं गिरफ्तार
देवबंद में ये गिरफ्तार कोई पहली बार नही हुई है. इससे पहले भी जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े युवकों को एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है. साल 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में हुए आतंकी हमले के बाद देवबंद में एटीएस ने दो कश्मीरी युवकों को गिरफ्तार किया था. बताया गया था कि ये दोनों संदिग्ध देवबंद से चरमपंथी गतिविधियों में लिप्त थे और सीधे तौर पर पुलवामा अटैक से उनके संबंध थे. साल 2017 में गिरफ्तार हुए हैदराबाद बम धमाके के मुख्य आरोपी लश्कर आतंकी शेख अब्दुल नईम का सहयोगी भी देवबंद में ही रह कर इल्म हासिल कर रहा था. इसी तरह 2015 में गिरफ्तार हुए मोहम्मद नोमान भी देवबंद में रह कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नौजवानों को बहका कर लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ने की मुहिम में लगा हुआ था. साल 2015 से अब तक देवबंद में दर्जनों बांग्लादेशी व रोहिंग्यो को यूपी एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है. अवैध दस्तावेजों के माध्यम से भारत आने वाले ये बांग्लादेशी व रोहिंग्या पश्चिम यूपी खासकर देवबंद में आसानी से आश्रय बना लेते है.

देवबंद में बन रहा है ATS कमांड सेंटर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रही आतंकी गतिविधियों, धर्मान्तरण के मामले साथ ही अवैध रूप से भारत आने वाले बांग्लादेश व रोहिंग्यो का शरणार्थी बने देवबंद को देखते हुए योगी सरकार ने देवबंद में यूपी एटीएस कमांड सेंटर खोलने का पिछले साल फैसला लिया है. इसके लिए सरकार द्वारा एटीएस को 2000 वर्ग मीटर जमीन भी ट्रांसफर कर दी गयी है. सरकार की मंशा है कि पश्चिमी यूपी में एटीएस कमांड सेंटर होने से आतंकी गतिविधियों पर रोक आसानी से लगाई जा सकेगी. साथ ही आतंकी ग्रुप के सम्पर्क में आने वाले नौजवानों को भी दलदल से बचाया जा सकेगा.

Last Updated :Mar 14, 2022, 7:18 PM IST

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