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थायराइड मरीजों को राहत, लोहिया संस्थान में दूरबीन विधि से ऑपरेशन शुरू

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Published : Sep 26, 2021, 10:07 AM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में दूरबीन विधि (telescopic method) से थायराइड के ऑपरेशन (thyroid operation ) शुरू हो गए हैं. इस विधि से ऑपरेशन के लिए भटक रहे थायराइड मरीजों के लिए यह राहत भरी खबर है. आयुष्मान योजना के तहत ये ऑपरेशन पूरी तरह से मुफ्त होंगे.

लोहिया संस्थान में आधुनिक तकनीक से अॉपरेशन शुरू.
लोहिया संस्थान में आधुनिक तकनीक से अॉपरेशन शुरू.

लखनऊ (lucknow): राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr. Ram Manohar Lohia Institute of Medical Sciences) में दूरबीन विधि से थाइराइड के ऑपरेशन शुरू कर दिए गए हैं. यहां एक युवती का आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त ऑपरेशन किया गया. अब अन्य मरीज भी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे.



लखीमपुर खीरी की 22 साल की युवती के गले में गांठ थी. उसने लोहिया संस्थान के डॉक्टरों को दिखाया था. गांठ की वजह से युवती के गले में भारीपन और भोजन निगलने की समस्या थी. ऐसे में सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग के डॉ. विकास शर्मा ने युवती की थायराइड की जांच कराई. इसमें कोलाइड गोइटर बीमारी की पुष्टि हुई.

डॉ. विकास ने बताया कि दूरबीन विधि से युवती का ऑपरेशन करने का फैसला किया गया था. इस विधि से कांख व छाती में चार महीन सुराख कर गांठ निकाल दी गई. इस विधि में पैराथायराइड ग्रंथी व आवाज की नस का बचाव ओपन सर्जरी के बराबर ही संभव होता है. ऑपरेशन सफल रहा. ऑपरेशन करने वाल टीम में डॉ. गौरव, डॉ. अमित, एनेस्थीसिया डॉ. सूरज, नर्सिंग स्टॉफ तृप्ति, प्रियंका, अपूर्वा, ओटी असिस्टेंट रवींद्र व जियाउल शामिल थे.

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योग-प्राणायाम से रहते फेफड़े मजबूत
खांसी, सांस फूलना और सांस में रुकावट जैसे लक्षणों को लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह सांस रोग के लक्षण भी हो सकते हैं. समय पर इलाज से बीमारी पर काबू पाया जा सकता है. शनिवार को केजीएमयू में विश्व फेफड़ा जागरूकता दिवस मनाया गया. डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि योग व प्राणायाम नियमित करना चाहिए. सांस से जुड़ी कसरत भी खुली हवा में करें. इससे फेफड़ों की ताकत बरकरार रहती है।.विभाग के डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि लगभग 12 करोड़ लोग धूम्रपान करते हैं. तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट व अन्य प्रकार के धूम्रपान से तौबा करें.

तनाव न लें, तेजी से बढ़ रहे मनोरोग
मानसिक रोग तेजी से बढ़ रहे हैं. सबसे ज्यादा समस्या तनाव से हो रही हैं. ऐसे में समस्या होने पर इलाज कराएं. शनिवार को केजीएमयू में यूपी साइकेट्रिक एसोसिएशन ने वेबिनार किया. इसमें देश भर के विशेषज्ञों ने समस्याओं पर चर्चा की. एम्स दिल्ली के डॉ. अतुल अम्बेकर ने अफीम के नशे से होने वाली दिक्कत व इलाज पर जानकारी साझा की. डॉ. अतुल ने बताया कि अफीम का नशा बेहद घातक है. लोग इंजेक्शन से भी अफीम का नशा कर रहे हैं. पीजीआई चंडीगढ़ के डॉ. अभिषेक घोष ने कहा कि 16 फीसदी लोग तम्बाकू का सेवन नशे के रूप में करते हैं, इसका असर शरीर व दिमाग पर पड़ता है.

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