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School reopen : ऑनलाइन क्लास में हो रही गंदी बात, लखनऊ के शिक्षकों ने की सरकार से शिकायत

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Published : Feb 5, 2022, 4:21 PM IST

स्कूल की ऑनलाइन क्लासेज में अब पढ़ाई से ज्यादा गंदी बात हो रही है. स्थितियां यह है कि बच्चे ऑनलाइन क्लासेस में अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री तक साझा कर रहे हैं. एक दूसरे के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं इतना ही नहीं कई बार अभिभावक तक इस तरह की हरकतें करते नजर आ रहे हैं. यह शिकायत है लखनऊ के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और संचालकों की.

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ऑनलाइन क्लास

लखनऊ : स्कूल की ऑनलाइन क्लासेज में अब पढ़ाई से ज्यादा गंदी बात हो रही है. स्थितियां यह है कि बच्चे ऑनलाइन क्लासेस में अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री तक साझा कर रहे हैं. एक दूसरे के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं इतना ही नहीं कई बार अभिभावक तक इस तरह की हरकतें करते नजर आ रहे हैं.
यह शिकायत है लखनऊ के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और संचालकों की. लखनऊ के सेंट जोसेफ मोंटसरी कॉलेज राजाजीपुरम (St. Joseph's Montessori College Rajajipuram) की प्रिंसिपल लीना शर्मा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को पत्र भेजा है. पत्र में प्रशासनिक स्तर पर इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की गई है.

लीना शर्मा ने लिखा है कि ऑनलाइन क्लासेज के संचालन के दौरान पिछले 15 दिनों से बच्चों और अभिभावकों के द्वारा कुछ अश्लील सामग्री को साझा किया जा रहा है. जिसके चलते सभी के लिए असहज स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इसके चलते ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन में बड़ी ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.


अनऐडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (Unaided Private School Association) के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों को फायदा कम नुकसान ज्यादा हो रहे हैं. एक ओर जहां अश्लील सामग्री जैसी दिक्कतें आ रही है वहीं दूसरी और बच्चों कि स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है. हालत यह है कि ऑनलाइन क्लास में पढ़ने के बजाए बच्चे इधर-उधर ज्यादा ध्यान देते हैं.

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इरम एजुकेशनल सोसाइटी (Iram Educational Society) के फैजी यूनुस ने कहा कि 2 साल से बच्चे ऑनलाइन क्लासेस कर रहे हैं. कहने को पढ़ाई तो हो रही है लेकिन बच्चों को कितना समझ में आ रहा है यह कह पाना संभव नहीं है. पिछली बार जब परीक्षाएं हुई तो ऑनलाइन परीक्षा में 80% 90% अंक पाने वाले छात्रों को ऑफलाइन में 35-40 और 50% तक अंक मिले. यह स्थिति चिंतनीय है. ऑनलाइन क्लासेस कुछ समय के लिए एक विकल्प तो हो सकती है लेकिन पढ़ाई पूरी तरह से इस पर निर्भर नहीं की जा सकती.

7 फरवरी से ऑनलाइन बंद करने की घोषणा
निजी स्कूलों का एक संगठन पहले ही 7 फरवरी से ऑनलाइन क्लासेज बंद करने की घोषणा कर चुका है. इनकी तरफ से स्कूलों में चल रही छुट्टियों को समाप्त कर ऑफलाइन क्लासेस चलाए जाने की अनुमति देने की मांग उठाई गई है. सीबीएसई स्कूल्स मैनेजर एसोसिएशन और अनऐडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन दोनों ही 7 तारीख से ऑनलाइन कक्षाएं ना चलाने की घोषणा कर चुके हैं.

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