लखनऊ : निगोहां में आबादी की जमीन पर 40 साल से कच्चे घरों में रहने वाले लोगों का पक्का मकान बनाने का रास्ता साफ हो गया है. मकान बनाने के लिए मिले प्रधानमंत्री आवास के निर्माण में अड़ंगे के मामले में नायब तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद आवासों का निर्माण शुरू कर दिया गया. इसके बाद लाभार्थियों ने स्थानीय प्रशासन समेत केंद्रीय मंत्री कौशल किशोरका भी शुक्रिया अदा किया है.
बता दें, निगोहां-नगराम मोड़ के निकट पिछले 40 साल से एक दर्जन से अधिक परिवार झोपड़ी व कच्चे घर बनाकर रह रहे थे. इनमें रेशमा, शान्ति, किरन, सुमन समेत रामभरोसे को प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान बनाने के लिए धनराशि मिली थी, लेकिन गांव के कुछ लोगों ने मन्दिर का हवाला देकर गरीबों के आशियानों का निर्माण रुकवा दिया था. इसके बाद पीड़ितों ने सीएम पोर्टल से लेकर केंद्रीय मंत्री क्षेत्रीय सांसद कौशल किशोर से मदद और न्याय की गुहार लगाई. जिस पर नायब तहसीलदार निगोहां ने जांच के बाद एसडीएम को अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कर दिया कि प्रधानमंत्री आवासों का निर्माण आबादी की गाटा संख्या 118 पर हो रहा है और मंदिर की भूमि जिस 119 गाटे पर है वहां मंदिर बना हुआ है. शेष भूमि खाली पड़ी है. इसके बाद प्रधानमंत्री आवासों के लाभार्थियों का आवास निर्माण का रास्ता साफ हो गया.
Lucknow News : निगोहां के प्रधानमंत्री आवासों के निर्माण से अड़ंगा हटा, आबादी में दर्ज है विवादित जमीन
राजधानी लखनऊ (Lucknow News ) के निगोहां गांव में प्रधानमंत्री आवासों के निर्माण में लगा अड़ंगा हट गया है. नायब तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद वह आबादी की निकली. इसके बाद गरीबों के आवास बनने शुरू हो गए हैं.
उप जिलाधिकारी हनुमान प्रसाद मौर्या ने बताया कि निगोहां क्षेत्र में कुछ लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिले थे, जिसका वह निर्माण कर रहे थे, लेकिन गांव के कुछ लोगों ने निर्माण रुकवा दिया था. पीड़ितों ने शिकायत की थी जिसकी जांच नायब तहसीलदार को सौंपी गई थी. नायब तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर मौके पर भूमि जिस पर निर्माण कार्य हो रहा है, वह आबादी की भूमि है. मंदिर की भूमि के गाटा संख्या अलग है जिस पर निर्माण नहीं हो रहा है. रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि जिस भूमि पर लाभार्थी आवास का निर्माण कर रहे थे वह आबादी की भूमि है.
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