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BBAU के दीक्षांत समारोह में बोले राष्ट्रपति- नौकरी मांगने के बजाय नौकरी देने वाले बनें युवा

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Published : Aug 26, 2021, 9:03 PM IST

Updated : Aug 26, 2021, 9:50 PM IST

राष्ट्रपति ने कहा कि यह एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसके दीक्षांत समारोह में मैं दो बार शिरकत कर चुका हूं. यह बाबासाहेब के विचार समावेशी विकास के साथ एससीऔर एसटी छात्रों को बेहतर शिक्षा देने की विशेष योगदान दे रहा है. अलग से मेडल देने समेत विवि के अनेक प्रयासों से ऐसे छात्रों के लिए शिक्षा के अवसर बढ़े हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि पिछली बार दिसंबर 2017 में जब वे आए थे तो उन्होंने विश्वविद्यालय को कुछ सुझाव दिए थे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन सुझावों पर अमल किया.

BBAU का दीक्षांत समारोह
BBAU का दीक्षांत समारोह

लखनऊ:राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देश के युवाओं से अपील की है कि वह नौकरी मांगने के बजाए नौकरी देने वाले बनें. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि देश में स्टार्टअप को लेकर काफी अच्छा माहौल है. दुनिया में भारत इस मामले में तीसरे स्थान पर है. उन्होंने कहा कि युवा आगे आएं और देश को और भी आगे ले जाएं.

वह बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. उनके साथ देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूदा रहे.

BBAU के दीक्षांत समारोह में बोले राष्ट्रपति

यह बोले राष्ट्रपति

इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि यह एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसके दीक्षांत समारोह में मैं दो बार शिरकत कर चुका हूं. यह बाबासाहेब के विचार समावेशी विकास के साथ एससीऔर एसटी छात्रों को बेहतर शिक्षा देने की विशेष योगदान दे रहा है. अलग से मेडल देने समेत विवि के अनेक प्रयासों से ऐसे छात्रों के लिए शिक्षा के अवसर बढ़े हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि पिछली बार दिसंबर 2017 में जब वे आए थे तो उन्होंने विश्वविद्यालय को कुछ सुझाव दिए थे. विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन सुझावों पर अमल किया. एलुमनाई एसोसिएशन के गठन की ओर कदम बढ़ाए. विश्वविद्यालय के प्रयास रोजगार और श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवा पीढ़ी की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होगी. यह तभी होगा जब सभी शिक्षक और छात्र निष्ठा से कार्य करेंगे.

राष्ट्रपति ने कहा कि सावित्रीबाई फुले महिला छात्रावास का शिलान्यास करके वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. सावित्रीबाई फुले ने 125 वर्ष पहले बेटियों की शिक्षा के लिए क्रांतिकारी कदम उठाए थे. आज बेटियां पूरे विश्व में समाज का गौरव बढ़ा रही हैं. ओलंपिक में बेटियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गौरव बढ़ाया है. जब भी अवसर मिला है बेटियां आगे बढ़ी हैं.

देर से शुरु हुआ समारोह

बता दें कि दीक्षांत समारोह गुरुवार शाम करीब पांच बजे से शुरु होना था, लेकिन इसमें थोड़ा देरी हो गई. दरअसल शोभा यात्रा करीब 5:20 पर भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह में पहुंची. इस मौके पर जब आर्मी बैंड की धुन पर अकादमिक शोभायात्रा निकली तो पूरा सभागार गूंज उठा. इसके बाद राष्ट्रगान हुआ और द्वीप प्रज्वलन के बाद कुलगीत गाया गया. इसके बाद कुलाधिपति डॉ प्रकाश सी बरतुनिया ने समारोह की शुरुआत की घोषणा की. इसके बाद राष्ट्रपति ने विवि के सावित्रीबाई फूले महिला छात्रावास का शिलान्यास किया.

छह छात्रों को राष्ट्रपति ने दिए मेडल

दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने स्नातक के 2 छात्रों, परास्नातक के 2 छात्रों, एमफिल के छात्रा शान्या बघेल और एमफिल इन्फॉर्मेशन एंड लाइब्रेरी साइंस की कुमारी निहारिका को मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया. इस दौरान छात्रा अंजू रावत को आरडी सोनकर फाउंडर समता समाज अवार्ड से नवाजा गया.

राष्ट्रपति ने शान्या से की बात, पूछा आगे का लक्ष्य

इस दौरान राष्ट्रपति ने छात्रा शान्या से बातचीत की. वह कहती हैं कि यह जीवन का कभी ना भूल पाने वाले क्षण थे. राष्ट्रपति ने पूछा कि आगे क्या करना है? उन्होंने बताया कि अभी लंबा सफर तय करना बाकी है.

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इन लोगों को दी गई डिग्री
नौवें दीक्षांत में विवि द्वारा इस वर्ष कुल 1424 अभ्यर्थियों को डिग्री प्रदान की गई. जिसमें 771 छात्र और 653 छात्राएं शामिल हैं. डिप्लोमा कोर्स में कुल 18 डिग्री जिसमें 7 छात्रों और 11 छात्राओं को डिग्री दी गई. स्नातक के 423 अभ्यर्थियों को डिग्री दी गई, जिसमें 262 छात्र एवं 161 छात्राएं हैं. परास्नातक में कुल 815 अभ्यर्थी इस वर्ष डिग्री प्राप्त की, जिसमें 416 छात्र और 399 छात्राएं हैं. एमफिल के कुल 37 अभ्यर्थी, जिसमें 10 छात्र और 27 छात्राएं शामिल हैं, ने इस वर्ष डिग्री प्राप्त की. पीएचडी में कुल 131 डिग्री प्रदान की गईं है जिसमें 76 पुरुष और 55 महिला शोधार्थी शामिल हैं.

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Last Updated :Aug 26, 2021, 9:50 PM IST

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