लखनऊ: रेलवे ने चारबाग स्टेशन को मॉडर्न स्टेशन बनाने का जो ख्वाब संजोया गया था उसे नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) ने जोरदार झटका देते हुए चकनाचूर कर दिया है. एनबीसीसी के काम से हाथ पीछे खींच लेने से चारबाग रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने का काम तकरीबन पांच साल पिछड़ गया है. अब जब नई निर्माण एजेंसी चयनित होगी, तो फिर से चारबाग रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन का काम शुरू हो सकेगा.
दो साल पहले बनी थी दोनों स्टेशनों के विकास की योजना
दो साल पूर्व उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के चारबाग रेलवे स्टेशन और पूर्वोत्तर रेलवे के गोमती नगर रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन की योजना बनाई गई थी. अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेशन बनाने के लिए इन दोनों स्टेशनों को तैयार करने की जिम्मेदारी रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) और नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) ने थामी थी. चारबाग रेलवे स्टेशन के लिए 1800 करोड़ और गोमती नगर रेलवे स्टेशन के लिए 1910 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित हुआ था. गोमती नगर रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन का काम तो शुरू हो गया, लेकिन चारबाग स्टेशन पर भूमि पूजन के अलावा और कुछ भी न हो सका, जबकि चारबाग के लिए दो किस्तों में करीब 100 करोड़ रुपये भी दिए जा चुके थे. उत्तर रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि चारबाग रेलवे स्टेशन के डेवलपमेंट के लिए जो मॉडल तय किया गया था, उसके फेल होने की वजह से पूरा प्रोजेक्ट प्रभावित हो गया है. अब एनबीसीसी प्रोजेक्ट से पीछे हट गई है. लिहाजा, चारबाग स्टेशन के अपग्रेडेशन का काम करीब पांच साल पिछड़ गया है.
अगले साल दिसंबर तक तैयार होना था स्टेशन
एनबीसीसी ने रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन से सम्बंधित निर्माण कार्य करने से मना कर दिया है. अगर समय पर निर्माण कार्य शुरू होकर लगातार जारी रहता, तो तय मियाद के मुताबिक अगले साल दिसंबर तक स्टेशन को बनाकर तैयार करना था. अब ये काफी साल बाद पूरा हो पाएगा.