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Artificial Intelligence Education : मदरसों में होगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 4, 2023, 1:17 PM IST

Updated : Oct 6, 2023, 7:34 PM IST

उत्तर प्रदेश के मदरसों में अब र्टिफिशियल इंटेलिजेंस एजुकेशन भी दी जाएगा. इसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और बेसिक शिक्षा विभाग ने काम शुरू कर दिया है. ऐसे में मदरसा के पाठ्यक्रम में डिजिटल लिट्रेसी, कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी शामिल किए जाने की योजना है.

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लखनऊ : योगी सरकार मदरसों के छात्र छात्राओं को मुख्य धारा से जोड़ने का निरन्तर कार्य कर रही है. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अन्य बोर्ड से कदम ताल मिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के साथ मिलकर मदरसा शिक्षा परिषद में दूरगामी कदम उठाया जा रहा है. इसके तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अनुशंसाओं के क्रियान्वयन के सम्बंध में बुधवार इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्कूलों एवं मदरसों के अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. प्रदेश के विद्यालयों एवं मदरसों के अध्यापकों के अभिमुखीकरण हेतु ओरिएंटेशन मॉड्यूल ऑन एआई का शुभारम्भ किया जाएगा. जिससे मदरसों के छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रम में डिजिटल लिट्रेसी, कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल कर कम्प्यूटेशनल थिंकिंग को बढ़ावा मिल सकेगा.

मदरसा में दी जाएगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एजुकेशन.

7442 मदरसों में दिए गए विज्ञान-गणित किट :अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि बच्चों का आधार प्रमाणीकरण कराया गया है. वर्तमान में प्रदेश के 16,513 मदरसों में 13,92,325 छात्र/छात्राएं अध्ययनरत हैं. मदरसों में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पुस्तकें उपलब्ध करायी जा रही हैं. अभी तक कुल 1275 मदरसों में कम्प्यूटर दिए जा चुके हैं. 7442 मदरसों में बुक बैंक, विज्ञान किट व गणित किट दिए जा चुके हैं.



प्रदेश में हैं 16513 मदरसे :उल्लेखनीय है प्रदेश में कुल 16513 मदरसे हैं, जिसमें 560 राज्यानुदानित एवं 121 मदरसों में मिनी आईटीआई संचालित हैं. प्रदेश की सरकार ने मदरसों को मुख्य धारा से जोड़ने और अन्य बोर्डाे के समान शिक्षा प्रदान करने के लिए समय-समय पर यथाआवश्यक संशोधन किए हैं. उप्र मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मदरसों में अध्ययनरत छात्रों के ज्ञान को विस्तारण देना समसामयिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहन देना, सामाजिक एवं राष्ट्रीय एकता का विकास करना और उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से उत्तर प्र देश अशासकीय अरबी और फारसी मदरसा मान्यता प्रशासन एवं सेवा विनियमावली 2016 में संशोधन किया गया और शैक्षिक सत्र 2017 से मदरसों में शिक्षण का माध्यम उर्दू के साथ-साथ हिन्दी और अंग्रेजी किया गया.

बेसहारा परिवारों को दिया वजीफा :ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन के सरपरस्त मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली के नेतृत्व में बुधवार को तालकटोरा में रबी उल अव्वल माहे मुबारक के मौके पर गरीब, बेसहारा परिवारों को वजी़फा और नये कपड़े बांटे गये. मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली क़ाज़ी ने बयान में फरमाया कि 'अल्लाह जल्लेशाना रहमान है और उसने कायनात के लिए अपनी रहमत के इज़हार के लिए नबी ए रहमत रहमतुल लिल अलामिन सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम दुनिया ए फानी में भेजा ताकि दुनिया वा आखिरत के गमों को दूर करके अमन व सुकून के साथ उम्मत अपनी बंदगी का इज़हार कर सके और आपकी सारी जिंदगी मजबूर, मज़लूम, बेकरस, बेसहारा मखलूक, बेवा, यतीमो की राहत रसाई फरमाते रहे और अपनी उम्मत को भी पैगाम दिया के तुम लोग ज़मीन वालों पर रहम करो ताकि आसमान वाला तुम पर रहम करे. अल्लाह मदद करने वालों को पसंद बहुत पसंद करता है.

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