लखनऊ : आईपीएस अधिकारी बताकर सीबीआई के लखनऊ जोन ऑफिस में ड्राइवर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर पिता-पुत्र ने तीनों युवकों से 15 लाख रुपये की ठगी कर ली. पीड़ितों ने राजधानी के मानकनगर थाने में ठग राजेंद्र प्रसाद और उसके बेटे अनुज चावला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस के मुताबिक जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी. राजधानी के मानकनगर के रहने वाले श्याम बाबू त्रिवेदी ने बताया कि वर्ष 2018 में वह ट्रैवल कंपनी में ड्राइवर की नौकरी करता था. इस दौरान वह बुकिंग के लिए आलमबाग विनासी अनुज चावला के यहां गाड़ी लेकर गया था. गाड़ी में अनुज और उसके पिता राजेंद्र प्रसाद बैठ गए और श्याम बाबू को चलने के लिए कहा. इस दौरान पिता पुत्र ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए कहा कि यदि किसी को नौकरी चाहिए हो तो बताना. वे सीबीआई लखनऊ जोन के स्पेशल क्राइम ब्रांच में हेड कांस्टेबल व हेड ड्राइवर के पद पर नौकरी दिलवा देंगे. इसके बाद पीड़ित जालसाज पिता-पुत्र के संपर्क में आ गया और आए दिन वह उनकी पर्सनल गाड़ी भी चलाने लगा.
फर्जी अपाइंटमेंट व ज्वाइनिंग लेटर देकर की ठगी :पीड़ित के मुताबिक पिता-पुत्र अपनी गाड़ी में नीली बत्ती लगाते थे. जिसे देख उसे भरोसा हो गया कि वे दोनों ही आईपीएस अधिकारी हैं. पीड़ित ने खुद व उन्नाव निवासी दो साथियों की नौकरी दिलाने के लिए पिता-पुत्र से कहा जिस पर उनकी ओर से 15 लाख रुपये की डिमांड की गई. इसमें आधा पैसा साढ़े सात लाख अपाइंटमेंट लेटर मिलने पर और बाकी ज्वाइनिंग लेटर मिलने पर देने के लिए कहा. सितंबर 2019 को जालसाज अनुज चावला ने तीनों को अपाइंटमेंट लेटर दिया और फिर अक्टूबर को ज्वाइनिंग लेटर लेकर कुल 15 लाख रुपये ले लिए और कहा जल्द ही नौकरी पर भेजा जाएगा, लेकिन अभी तक उन्हे न ही नौकरी मिली और न ही उनके पैसे.