लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (energy minister ak sharma) ने बिलिंग व्यवस्था में सुधार न होने और उपभोक्ताओं को अक्सर गलत बिल देकर उत्पीड़न करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए बिलिंग एजेंसियों (billing agency) के प्रतिनिधियों को कड़ी फटकार लगाई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि गलत बिलिंग व मीटर रीडिंग में शीघ्र सुधार न हुआ तो बिलिंग एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन को निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं को स्वयं रीडिंग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बुधवार को शक्ति भवन में बिलिंग, मीटर रीडिंग एवं राजस्व वसूली की समीक्षा कर रहे थे.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बोले, उपभोक्ताओं को खुद मीटर रीडिंग लेने के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि उपभोक्ताओं को खुद मीटर रीडिंग लेने के लिए बिजली विभाग प्रोत्साहित करेगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार की मंशा भ्रष्टाचार पर जीरो टॉरेंस की नीति है. इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व संलिप्तता किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की गलत बिल को लेकर शिकायतें आ रही हैं. बार-बार चेतावनी देने के बाद भी इसमें अभी तक सुधार नहीं हुआ है. अंतिम मौका दिया जा रहा है. एजेंसियों के कार्यों की मॉनिटरिंग होगी. उन्होंने कहा कि कार्यों में गड़बड़ियों को रोकने के लिए व समयबद्ध मॉनिटरिंग के लिए एजेंसियां आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर सॉफ्टवेयर बनाएं और मीटर रीडिंग के डाटा को अपलोड करें.
कार्यों की क्रास चेकिंग के लिए भी सिस्टम बनाएं. बिलिंग एजेंसियों को अपने कार्यों पर ध्यान देना होगा और क्वॉलिटी ऑफ बिलिंग पर जोर देना होगा. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सभी डिस्कॉम के डायरेक्टर (कामर्शियल) को निर्देशित किया कि अपने डिस्काम में एक लाख रुपये या इससे ऊपर के ऐसे सभी गलत बिलों की तीन दिन के अंदर मॉनिटरिंग की जाए, जिनका सुधार किया गया है और किसी खास स्थान पर ऐसे बिलों को सुधारने में ज्यादा ध्यान दिया गया हो उसे चिन्हित कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी करें. उन्होंने मीटर रीडर के कार्यों की विभाग की तरफ से मॉनीटरिंग करने को कहा. उन्होंने टेबल पर बैठकर बिलिंग, रीडिंग करना व स्टोर रीडिंग की समस्या को जड़ से खत्म करने के निर्देश दिए. कहा कि रीडिंग के दौरान मीटर की फोटो लेकर रीडिंग करने से बिलिंग में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि 13 करोड़ रुपए प्रतिमाह बिलिंग एजेंसियों पर खर्च किया जा रहा है, फिर भी 50 प्रतिशत शिकायतें खराब बिलिंग को लेकर आ रही हैं. क्वालिटी ऑफ बिलिंग पर ध्यान दें या कार्यों से अपने आप को हटा लें या सख्त कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें.
अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि बिलिंग एजेंसियों को लक्ष्य के अनुरूप बिलिंग, कलेक्शन, मीटर खराबी, जंक डाटा क्लीन, केवाईसी डाटा, डाउनलोडेड बिलिंग आदि के कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से करना होगा. उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक महीने एजेंसियों के इन कार्यों की समीक्षा के लिए इनके साथ बैठक होगी. उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत बिलिंग ऐसी है, जिसमें प्रतिमाह 10 यूनिट से भी कम रीडिंग आ रही है. ऐसे मामलों की भी जांच की जाएगी. बिलिंग एजेंसियों को अपने इन सभी कार्यों को सुधारने के लिए उन्होंने 30 नवंबर तक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए. बैठक में चेयरमैन पॉवर कॉर्पोरेशन एम. देवराज, पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार और सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक, बिलिंग एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
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