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लखनऊ में जल्द खुलेगा नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक

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Published : Jul 7, 2022, 2:50 PM IST

etv bharat
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो गए हैं. इसके चलते उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने 100 दिनों में हुए कार्यों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. आइये खबर में जान लेते हैं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के विभाग में क्या कुछ काम हुए हैं.

लखनऊ: उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने 100 दिनों की उपलब्धियों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने बताया कि लखनऊ के सरोजनीनगर में नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) का सेंटर खोला जाना है. उसके लिए ढाई एकड़ जमीन चिन्हित की गई है. सबसे बड़ा लक्ष्य था कि हमारे प्रदेश में संचारी रोग की बीमारियों के लिए अच्छी प्रयोगशाला नहीं थी. उसके लिए भारत सरकार ने लखनऊ मेंएनसीडीसी की शाखा स्थापित करने का निर्णय लिया है. इसके लिए 1 करोड़ 19 लाख 993 रुपए का बजट पास किया गया है. जुलाई के अंतिम सप्ताह में एनसीडीसी की प्रयोगशाला का शुभारंभ किया जाएगा.

डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश सरकार के राज्य कर्मचारी हमेशा मांग करते थे कि चिकित्सा सुविधा का लाभ मिले. इसके लिए आयुष्मान कार्ड भी बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि तीसरी समस्या एंबुलेंस की थी. 108 एंबुलेंस को नए मॉडल में बदला जाएगा. पुरानी एंबुलेस की जगह ऐसी 812 एंबुलेंस चलाई जाएंगी. यह काम संबंधित कार्यदाई संस्था को सौंप दिया गया है.

जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक

डिप्टी सीएम ने कहा कहा कि HIV के लिए 21 नए जांच केंद्र खोले गए हैं, 6 और नए केंद्र खोले जा रहे हैं. चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण होने जा रहा है और 9 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का लोकार्पण प्रस्तावित है. देवगांव अयोध्या में 50 बेड के अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग के 100 दिनों के लक्ष्य को पूरी तरह से पूरा कर लिया है. लक्ष्य से बढ़कर भी विभागों में काम किया गया है.


इसके साथ ही डिप्टी सीएम ने बताया कि PPP (Public Private Partnership) मॉडल पर प्रदेश के 16 जनपदों में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं. बागपत, बलिया, भदोही, चित्रकूट, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, महाराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मऊ, रामपुर, संभल, संतकबीरनगर, शामली और श्रावस्ती में ट्रिपल-पी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि एमबीबीएस पाठ्यक्रम की सीटों में 600 सीटों का इजाफा किया गया है. प्रदेश की कई मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के कुल 1350 सीटें बढ़ाई गई हैं. इनमें से 900 सीटें राजकीय क्षेत्र में और 450 सीटें निजी क्षेत्र में बढ़ाई गई हैं.

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डिप्टी सीएम ने कहा कि पीजी पाठ्यक्रम की 725 सीटे बढ़ाई गई हैं. नर्सिंग पाठ्यक्रमों की 2400 और पैरामेडिकल पाठ्यक्रम की 600 सीटें बढ़ाई गई हैं. स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत कम से कम 5 हजार नए रोजगार का सृजन किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 41 राज्य मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा संस्थानों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जा रही है. इसके बाद लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की भंडारण क्षमता में 820 किलो-लीटर की वृद्धि होगी.

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