लखनऊ : अटल बिहारी बाजपेई इकाना स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड मैच का मुकबला देखने पहुंचे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी को लेकर मुख्यमंत्री योगी नाराज बताए जा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने अनेक नेताओं के साथ और समाजवादी टोपी लगाकर मैच देखने पहुंचे थे. इस दौरान दर्शक दीर्घा में भी कई जगह समाजवादी पार्टी का झंडा नजर आया. समाजवादी पार्टी के समर्थन में नारे लगाए गए. जिसके बाद पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्टेडियम नहीं गए.
समाजवादी पार्टी का झंडा लाने से सीएम नाराज : बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव के समय से पहले पहुंच जाने और स्टेडियम में कई दर्शकों द्वारा समाजवादी पार्टी का झंडा लाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी नाराज हैं और निकट भविष्य में इस पर कोई बड़ा निर्णय भी लिया जा सकता है. यह बात तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब कोलकाता में फ़िलीस्तीन का झंडा लहराने के मामले में कुछ दर्शकों को हिरासत में लिया जा चुका है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का मैच में दर्शकों के व्यवहार को लेकर नियम स्पष्ट है किसी भी तरह की राजनीति से प्रेरित नारेबाजी और ध्वज को स्टेडियम में लाना प्रतिबंधित है. किसी भी तरह की राजनीतिक टिप्पणी और नस्लवादी टिप्पणी प्रतिबंधित है.
दर्शकों और खिलाड़ियों के नियम : ये नियम न केवल दर्शकों बल्कि खिलाड़ियों पर भी लागू हैं. इसी वजह से इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोईन अली के खिलाफ कारवाई की जा चुकी है. इंग्लैंड में एक मैच के दौरान मोईन हाथ में 'सेव गाजा' लिखा हुआ बैंड पहना था. इसी तरह से करीब 8 साल पहले दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला पर कंट्री के दौरान आतंकवादी संबंधी टिप्पणी करने के मामले में ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज टीम जोंस की कमेंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. ठीक इसी तरह से पिछले रोज कोलकाता में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच हुए मुकाबले में फिलिस्तीन का झंडा लाने पर कुछ दर्शकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.