2019-04-27 07:47:37
चीनी मिल घोटाले में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर, बढ़ सकती हैं मायावती की मुश्किलें
लखनऊ: बसपा सरकार में चीनी मिल घोटाले में सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने एफआईआर दर्ज की है. इसके बाद से बसपा कुनबे में खलबली मच गई है. इस मामले में 29 आईएएस अफसर शामिल थे.
दरअसल, मायावती के कार्यकाल में 21 सरकारी चीनी मिलें बेची गई थीं. इन सभी चीनी मिलों का विनिवेश हुआ था. इनके बेचने की प्रक्रिया में घोटाला सामने आया था, जिसमें सीबीआई ने एफआईआर और 6PE दर्ज की है. चीनी मिलों के बेचने की निर्णय प्रक्रिया में 29 आईएएस अफसर शामिल थे. यानी सीबीआई जांच में 29 आईएएस अफसर नपेंगे.
इनमें से कई अफसर अभी केंद्र में सचिव हैं, 2 रिटायर हो चुके हैं और 4 प्रमुख सचिव हैं. 21 जिलों के तत्कालीन डीएम भी फंसेंगे. जांच में पता चला है कि शासन स्तर पर 8 आईएएस अफसर भी शामिल थे. ज्यादातर शशांक शेखर सिंह के करीबी अफसर थे. शशांक शेखर तब कैबिनेट सचिव हुआ करते थे.
लखनऊ। मायावती पर सीबीआई का शिकंजा। बसपा सरकार में चीनी मिल घोटाले में सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो ) ने एफआईआर लिखी है। माया के कार्यकाल में 21 मिल बेची गई थी। चीनी मिल बिक्री घोटाले में एफआईआर दर्ज। सीबीआई ने एक एफआईआर और 6 PE दर्ज की। 21 सरकारी चीनी मिलों का विनिवेश हुआ था।
सीबीआई द्वारा एफआईआर किये जाने से मायावती के कुनबे में खलबली। निर्णय प्रक्रिया में 29 आईएएस अफसर शामिल थे। सीबीआई जांच में 29 आईएएस अफसर नपेंगे। इनमे कई अफसर अभी केंद्र में सचिव हैं, 2 रिटायर हो चुके और 4 प्रमुख सचिव हैं। 21 जिलों के तत्कालीन डीएम भी, फंसेंगे। चीनी मिल बेचने वाले डीएम भी नपेंगे। शासन स्तर पर 8 IAS अफसर भी शामिल थे। शासन-जिलों में मिलाकर कुल 29 आईएएस अफसर थे। ज्यादातर शशांक शेखर सिंह के करीबी अफसर थे। तब कैबिनेट सचिव हुआ करते थे शशांक शेखर। मायावती के बेहद करीबी अफसर थे शशांक शेखर।