उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या, जानें ऐसा क्यों कह गए नेता प्रतिपक्ष

By

Published : Oct 14, 2021, 7:07 PM IST

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी महंगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की समस्याओं पर चर्चा नहीं कराना चाहती. सिर्फ एक दिन का सत्र बुलाकर अपने वोट बैंक को सहेजने की चिंता कर रही है.

एक दिन का सत्र बुलाकर वोट बैंक की चिंता कर रही भाजपा, लोकतंत्र की हत्या है उपाध्यक्ष का चुनाव कराना
एक दिन का सत्र बुलाकर वोट बैंक की चिंता कर रही भाजपा, लोकतंत्र की हत्या है उपाध्यक्ष का चुनाव कराना

लखनऊ :भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराए जाने को समाजवादी पार्टी ने वोट बैंक की चिंता बताया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी महंगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की समस्याओं पर चर्चा नहीं कराना चाहती. सिर्फ एक दिन का सत्र बुलाकर अपने वोट बैंक को सहेजने की चिंता कर रही है.

आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार लोकतंत्र की हत्या करने का काम कर रही है. विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर चुनाव कराने को लेकर सरकार की तरफ से विपक्ष से खासकर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के कोई चर्चा नहीं की गई. यह बताता है कि भाजपा मनमानी कर रही है.

भाजपा कर रही लोकतंत्र की हत्या, जानें ऐसा क्यों कह गए नेता प्रतिपक्ष

यह भी पढ़ें :लखीमपुर खीरी कांड का हुआ सीन रिक्रिएशन : आरोपियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद जांच एजेंसियां

विधानसभा में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सिर्फ एक दिन के सत्र बुलाने की आवश्यकता आखिर क्यों पड़ी, इसका सीधा मतलब है कि बीजेपी सिर्फ अपने वोट बैंक की चिंता के लिए उपाध्यक्ष पद पर चुनाव कराने जा रही है. इसे लेकर विपक्षी पार्टियों से कोई बातचीत भी नहीं की गई. उपाध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी उम्मीदवार उतारने के सवाल पर कहा कि अभी हम लोगों को इस पत्र की जानकारी मिली है. पार्टी का उच्च स्तर पर निर्णय लेकर फैसला किया जाएगा.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार महंगाई, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था पर भी कोई चर्चा नहीं करना चाहती है. अब जबकि विधानसभा सत्र के कुछ ही दिन बाकी हैं तो चर्चा कराने के बजाय सिर्फ उपाध्यक्ष का चुनाव कराकर बीजेपी अपने वोट बैंक की चिंता ही कर रही है. इसका कोई मतलब नहीं है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details