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Building Collapse in Lucknow : एक-एक ईंट हटा कर घर की निशानी ढूंढ रहे लोग, गृहस्थी बचाने का दावा पूरा नहीं कर रहा प्रशासन

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Published : Jan 27, 2023, 8:16 PM IST

राजधानी के हजरतगंज में स्थित अलाया अपार्टमेंट (Building Collapse in Lucknow) के ढहने के बाद अब वहां रहने वालों पर एक एक दिन भारी पड़ रहा है. रहने का ठिकाना तो रहा नहीं, गृहस्थी मलबे के ढेर में खो चुकी है. मलबे के ढेर में लोग अपनी गृहस्थी तलाशने के लिए मजबूर हैं. वहीं शासन और प्रशासन ने रैन बसेरा बनाने की औपचारिकता निभाकर अपने दायित्वों से किनारा कर लिया है.

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लखनऊ :मेरे परिवार के 6 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. मैं कल से इस मलबे में अपना समान ढूंढ रहा हूं. अम्मी ने कहा है कि जाओ शायद कुछ निशानी मिल ही जाए. यह कहना है हनी हैदर का, जिनका पूरा परिवार मंगलवार को ढहे अलाया अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर में रहता था. चौथे फ्लोर पर रहने वाले अक्षय भी अपने चार दोस्तों के साथ मलबे में अपने घर की गृहस्थी को इकट्ठा करते हुए भावुक हो गए. वे बोले कि डीएम साहब ने कहा था कि समान को निकाल कर ही मलबा हटाया जाएगा, लेकिन यहां तो सब दबा दिया जा रहा है. हादसे के 60 घंटे बाद अब लोग अपनी अपनी बर्बाद हुई गृहस्थी का समान लेने घटना स्थल पहुंच रहे हैं.

अलाया अपार्टमेंट हादसा.
हनी हैदर का परिवार वर्ष 2014 से अलाया अपार्टमेंट के दूसरे फ्लोर में रह रहा था. उनके साथ उनकी मां, पिता, भाई और भाभी भी रह रही थीं. हादसे में उनका पूरा परिवार घायल हो गया है और अस्पताल में भर्ती है. हनी मलबे में बदल चुके अपार्टमेंट में अपना समान ढूंढ रहे हैं. हनी ने कहा कि अम्मी अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने मुझे यहां ये कह कर भेजा है कि जाओ शायद कुछ अपने घर की निशानी मिल जाए. हनी ने बताया वे बीते 7 घंटे से एक एक ईंट हटा कर देख रहे हैं, लेकिन उन्हें अब तक कुछ नहीं मिला हैं. वे कहते हैं कि उनके पास पहनने के लिए एक कपड़ा भी नहीं बचा है, रहने का ठिकाना भी नहीं है. प्रशासन ने रैन बसेरा बताया है.
अलाया अपार्टमेंट हादसा.



अब्बा अब भी कह रहे 'बिल्डिंग गिर रही' : हनी हैदर ने बताया कि जिस वक्त ये हादसा हुआ था, तब वह हजरतगंज चौराहे पर थे. घर पर उनकी अम्मी, अब्बा, भाई, भाभी और भतीजा मौजूद थे. हालांकि प्रशासन ने उन्हें सही सलामत बाहर रेस्क्यू कर लिया. भाभी की हालत ठीक है, लेकिन बाकियों का इलाज चल रहा है. हनी ने बताया कि अब्बा बार बार सोते हुए जग जाते हैं और चिल्लाते हुए कह रहे है कि बिल्डिंग गिर रही है. वे बहुत दहशत और सदमे में है और न जाने ये कब तक रहेगा.



डीएम ने कहा था सब बच जाएगा : 8 महीने पहले ही अलाया अपार्टमेंट में किराए पर रहने आए एक निजी कंपनी में काम करने वाले अक्षय गुप्ता भी मलबे कीं ईंटें हटा कर अपना सामान तलाश रहे हैं. वे भावुक भी हो रहे हैं और उनके अंदर नाराजगी भी है. अक्षय ने ईटीवी भारत को बताया कि घटनास्थल पर मौजदू डीएम साहब ने कहा था कि आपके समान को कुछ नहीं होगा. पहले समान अलग कर लिया जाएगा फिर मलबे को हटाया जाएगा, लेकिन यहां तो सब बर्बाद कर दिया गया. अक्षय बताते हैं कि हादसे के वक्त वे अपने दोस्त के साथ घूमने निकले थे. उनके सभी दस्तावेज और अन्य सामान इसी मलबे के अंदर हैं. अब वे अपने कुछ दोस्तों के साथ आए हैं. उम्मीद तो नहीं है, लेकिन शायद कुछ मिल जाए इसलिए कोशिश कर रहे हैं.



जांच कमेटी ने बिल्डिंग के सैंपल किए कलेक्ट : वहीं हादसे की जांच के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3 सदस्यीय जांच कमिटी गठित की. जिसमें मंडलायुक्त लखनऊ, संयुक्त पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी शामिल हैं. शुक्रवार को जांच कमेटी घटनास्थल पर पहुंची और बिल्डिंग के मलबे के सैंपल लिए. वहीं बिल्डिंग के नक्शे और उसके बनावट की भी जांच हो रही है. दरअसल, राजधानी में मंगलवार को हुए अलाया अपार्टमेंट हादसे में अब तक 3 लोगों की मौत हुई है. 14 लोगों को जीवित बाहर निकाल लिया गया है. जिनका इलाज अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है. घटना के चौथे दिन भी मलबे को हटाने का काम जारी रहा. हादसे के जिम्मेदार बिल्डर नवाजिश मंजूर, मोहम्मद तारिक व बिल्डर फहद याजदान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर नवाजिश को गिरफ्तार किया गया है. अन्य दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई हैं.

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