लखनऊ: प्रदेश के 476 ब्लॉकों पर ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को लेकर हुए मतदान में हिंसा की खबरें गंभीर चिंता का विषय है. प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि नामांकन के दौरान प्रदेश के 52 से अधिक जनपदों में हुई हिंसा के बाद मतदान के दौरान तमाम जनपदों में सत्तापक्ष के उम्मीदवारों के समर्थन में गुंडागर्दी और प्रशासन की मिली भगत लोकतंत्र और संविधान की मूलभावना पर गहरा आघात है. ब्लॉक प्रमुख के चुनाव की घटनाओं को लेकर अजय कुमार लल्लू ने कहा कि चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता बनाए रखने के लिए ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को निरस्त कर दोबारा चुनाव कराए जाने चाहिए. शासन प्रशासन के संदिग्घ अधिकारियों की जांच कराकर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराई जानी चाहिए.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की व्यवस्था, सत्ता के विकेन्द्रीकरण के द्वारा आम जनता को ताकतवर बनाने के लिए की गई थी, लेकिन पिछले 25 वर्षो में सत्ता के दुरूपयोग के द्वारा जिला पंचायत सदस्य एवं बीडीसी सदस्यों के संवैधानिक अधिकारों का हनन करते हुए जबरन उनके मताधिकार को लूटा जा रहा है.
'भ्रष्ट अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई करे सरकार'
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान हुई व्यापक हिंसा, नामांकन पत्रों की खरीद में बाधा एवं छीना-झपटी, अपहरण, गोलीबारी की घटनाएं लगभग पूरे प्रदेश में हुई थीं, इसके बावजूद नतदान के दौरान प्रशासन ने एक बार फिर सत्ता के इशारे पर घटनाओं को रोकने की गंभीर कोशिश नहीं की. नामांकन के बाद मकदान के दौरान अमरोहा, हमीरपुर, सिद्वार्थनगर, अयोध्या जनपदों में हिंसक झड़प हुईं. उन्नाव में टीवी पत्रकार द्वारा ब्लॉक प्रमुख चुनाव की धांधली की कवरेज के दौरान जिले के सीडीओ द्वारा स्थानीय नेता के साथ मिलकर पत्रकार की पिटाई बेहद गंभीर विषय है. उन्नाव की यह घटना प्रशासन की संलिप्तता उजागर करती है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने मांग करते हुए कहा कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए.
'तीन सौ से ज्यादा ब्लॉक प्रमुखों को निर्विरोध निर्वाचित करवाना अराजक तानाशाही का परिणाम'