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ललितपुर के डीएम को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए किया गया नामित, यह है वजह

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Published : Oct 22, 2019, 1:52 AM IST

Updated : Oct 22, 2019, 11:21 AM IST

उत्तर प्रदेश के ललितपुर के डीएम को ओडी नदी को पुनर्जीवित करने और साथ ही बेकार पड़े 12 खदानों को तालाबों में परिवर्तित कर जीर्णोद्धार करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित किया गया है.

ओडी नदी.

ललितपुर:जनपद मेंजल संरक्षण की दिशा में किए गए दूरदर्शी कार्यों के लिए जिले के डीएम की ख्याति अब राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि डीएम ने जिले में मृत ओडी नदी को पुनर्जीवित कर दिया. साथ ही बेकार पड़ी खतरनाक खदानों को तालाब में परिवर्तित कर जीर्णोद्धार किया, जिसससे हजारों एकड़ भूमि को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा.

ओडी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए डीएम राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित.

यह परियोजना नजीर बनकर राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए नामित हुई है. इसके लिए 22 अक्टूबर को दिल्ली में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की कमेटी के समक्ष जिलाधिकारी को प्रस्तुतीकरण के लिए आमंत्रित किया गया है.

ओडी नदी को पुनर्जीवित करने का मिला फल

  • विकासखंड मडावरा क्षेत्र में बहने वाली ओडी नदी को पुनर्जीवित और खाली खदानों को वाटर बॉडीज के रूप में परिवर्तित किया गया.
  • जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में अभियान चलाकर इस बड़ी परियोजना को सफल बनाया गया.
  • सुदूर वन क्षेत्र के पहाड़ों के बीच नदी के झिरें (छिद्र) बंद हो गए थे, जिस कारण से नदी का पानी सूख चुका था.
  • जिलाधिकारी ने ओडी नदी को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया और खुदाई कराई, जिससे नदी की विलुप्त धारा पुनर्जीवित हो उठी.
  • जिलाधिकारी के निर्देशन पर बिरधा ब्लॉक स्थित आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में बेकार पड़े 12 खदानों को तालाबों में परिवर्तित कर जीर्णोद्धार किया गया.
  • डीएम के प्रयास से लगभग 1301 खेतों को सिंचाई का पानी मिला और साथ ही 480 परिवार इस परियोजना से लाभान्वित हुए.
  • जिलाधिकारी को दोनों कार्यो के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित किया गया है

मनरेगा कार्यों को जनपद में अच्छे ढंग से किया गया है.उसके पैसे का सदुपयोग किया गया है और जल संरक्षण को लेकर बेहतर कार्य किए गए हैं. इसलिए सरकार ने हमको नामित किया है कि भारत सरकार के समक्ष प्रेजेंटेशन करें. 22 अक्टूबर को दिल्ली में भारत सरकार के समक्ष प्रेजेंटेशन करना है.
-मानवेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी

Intro:एंकर-ललितपुर जिलाधिकारी के द्वारा जल संरक्षण की दिशा में दूरदर्शी कार्यों की ख्याति अब राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है ललितपुर जिले में मनरेगा से मृत ओडी नदी के पुनर्जीवन व निष्प्रयोज्य खदानों को तालाब बना हजारों एकड़ भूमि को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की परियोजना नजीर बनकर पुरस्कार के लिए नामित हुई है.जिसके लिए कल 22 अक्टूबर को दिल्ली में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की कमेटी के समक्ष जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह को प्रस्तुतीकरण के लिए आमंत्रित किया गया है







Body:वीओ-बताते चले कि ललितपुर जिले के विकासखंड मडावरा के मदनपुर क्षेत्र में बहने वाली ओडी नदी के पुनर्जीवन व खाली खदानों को वाटर बॉडीज के रूप में सफलतापूर्वक परिवर्तित करने के लिए जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में मनरेगा से अभियान चलाकर किया गया.ओडी नदी का उद्गम ग्राम मदनपुर के सुदूर वन क्षेत्र के पहाड़ों के बीच कटल नामक स्थान पर है.जिसमे सिल्ट जम चुकी गई थी साथ ही झिरें (छिद्र) बंद हो गए थे जिस कारण से नदी पानी सूख चुका था.जिसके बाद जिलाधिकारी ने इसे पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया और मनरेगा की धनराशि का सदुपयोग करके पूरी नदी की धारा की ड्रेजिंग व खुदाई करवाई गई और परिणाम स्वरूप छिद्र खुल गए और नदी की विलुप्त धारा पुनर्जीवित हो उठी.इसके अलावा जिलाधिकारी के निर्देशन पर बिरधा ब्लाक स्थित आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में निष्प्रयोजित 12 खदानों को भी मनरेगा की धनराशि से तालाब में परिवर्तित किया गया.इस कार्य में ग्राम निधि व खनिज न्यास निधि का भी प्रयोग किया गया.वही जिलाधिकारी के इन प्रयासो से लगभग 1301 खेतों को सिंचाई का पानी मिला और 480 परिवार इस परियोजना से लाभान्वित हुए. इन कार्यो की रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई.और सरकार के विशेषज्ञों द्वारा नदी और तालाबो का जायजा लिया गया.जिसके बाद जिलाधिकारी को दोनों कार्यो के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित किया गया।


Conclusion:बाइट-वही जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा कार्यों को जनपद में अच्छे ढंग से किया गया है.उसके पैसे का सदुपयोग किया गया है और जल संरक्षण को लेकर बेहतर कार्य किया गए है.इसलिए सरकार ने हमको नामित किया है कि भारत सरकार के समक्ष प्रेजेंटेशन करें.कल 22 तारीख को दिल्ली में भारत सरकार के समक्ष प्रेजेंटेशन करना है और दूसरे जनपदों के भी प्रजेंटेशन होंगे.उसके पश्चात प्रेजेंटेशन के आधार पर चयनित किया जाएगा.हमारे कार्यों को बेहतर माना गया है और पूरे प्रदेश में 6 जनपदों को चयन हुआ है.

बाइट-जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह
Last Updated :Oct 22, 2019, 11:21 AM IST

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