उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

22 जनवरी को कानपुर में दीपावली मनाएंगे सिख सोसाइटी के लोग

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 2, 2024, 10:06 PM IST

22 जनवरी को प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने की खुशी में सिख सोसाइटी दोबारा दीपावली मनाएंगी.सिख समाज से जुड़े लोग भी इस अनूठे आयोजन में शामिल होंगे. कानपुर में सिखों ने व्यापारियों को मिट्टी के दीये और बाती और अन्य सामग्री बांटी.

Etv Bharat
Etv Bharat

व्यापारियों को मिट्टी के दीये वाला डिब्बा सौंपते सिख वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारी गुरुविन्दर सिंह छाबड़ा

कानपुर: जैसे ही अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू होगा, वैसे ही शहर में सिख वेलफेयर सोसाइटी के पदाधिकारी दीपावली मनाएंगे. इस अनूठे आयोजन को भव्य रूप से मनाने के लिए सिख समाज से जुड़े लोगों ने भी अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. हर घर में दीपावली की तर्ज पर दीप जले, इसके लिए सिख वेलफेयर सोसाइटी और सिख व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को व्यापारियों को 11 मिट्टी के दीये, बाती और अन्य सामग्री वाला डिब्बा सौंपा है.

पदाधिकारियों ने व्यापारियों से कहा है कि सैकड़ों सालों बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बना है. 22 जनवरी को अयोध्या में तो आयोजन होगा ही, हम सबको भी अपने घर में दीप जलाकर दीपावली मनानी है. व्यापारियों ने पदाधिकारियों से वादा किया कि वह सभी 22 जनवरी को अपने घर में दीप जलाएंगे और प्रभु श्रीराम के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को उत्सव के रूप में मनाएंगे. इस मौके पर सिख वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष गुरुविंदर सिंह छाबड़ा, चरनजीत सिंह, गगनदीप सिंह आदि मौजूद रहे.

इसे भी पढ़े-राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए संतों की मांग, 22 जनवरी का अवकाश हो घोषित, तभी घर-घर जलेंगे दीपक


रावतपुर स्थित रामलला मंदिर में भी जलेंगे 11 हजार दीये: शहर के रावतपुर गांव स्थित रामलला मंदिर में भी 11 हजार दीये जलाए जाएंगे. पूरे मंदिर परिसर को भव्य तौर पर सजाया जाएगा. सुबह मंदिर में जहां कीर्तन का कार्यक्रम होगा, वहीं शाम को दीपोत्सव के बाद आतिशबाजी भी होगी. मंदिर से जुड़े लोगों ने 22 जनवरी के आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस दिन मंदिर परिसर के अलावा आसपास के क्षेत्र को भी ध्वज पताकाओं से सजाया जाएगा.

यह भी पढ़े-अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को ही क्यों होगा, क्या है इस तारीख की मान्यता

ABOUT THE AUTHOR

...view details