कानपुर: आपने 1970-80 के दशक की फिल्मों में अभिनेता व अभिनेत्रियों को तांगा पर बैठकर बाजार की सैर करते देखा होगा. ठीक वैसे ही कानपुर के नयागंज बाजार में वर्षों पहले इसी तरह लोग खरीदारी करने आते थे. लगभग 125 साल पुराना यह बाजार जब बसा था, तब यहां महज तीन दुकानें थी, जबकि मौजूदा समय में दुकानों की संख्या 300 के पार है.
यहां के व्यापारी बताते हैं, कि जब किसान अपना अनाज खरीदने शहर आते थे, तो इस बाजार में वह अपना भैंसा ठेला ले आते थे. सोने-चांदी की कीमतें बेहद कम होने के चलते किसान उसी भैंसा ठेला पर सोने-चांदी की सिल्लियां रखकर ले जाते थे. वहीं, लोग भी तांगे पर बैठकर यहां आते थे.