कानपुर:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को सुबह साढ़े 9 बजे तक दफ्तर में उपस्थित होने का आदेश दिया है. हालांकि कई बार कहे जाने के बाद भी इस आदेश का पालन नहीं हो रहा है. एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों की लेट-लतीफी की पोल उस वक्त खुल गई, जब बुधवार सुबह कमिश्नर डॉ. राज शेखर ने कानपुर विकास प्राधिकरण का निरीक्षण किया. इस दौरान कमिश्नर को 50 फीसदी अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी से नदारद मिले. इससे नाराज होकर कमिश्नर ने गैरहाजिर पाए गए 71 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनके वेतन काटने का भी आदेश दिया है.
KDA में अनुपस्थित मिले 71 कर्मचारी, कमिश्नर ने की कार्रवाई
मंडलायुक्त डॉ. राज शेखर ने बुधवार को कानपुर विकास प्राधिकरण का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें 71 कर्मचारी गैरहाजिर मिले. मंडलायुक्त ने सभी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनके वेतन काटने का भी आदेश दिया.
अनुपस्थित पाए गए कर्मचारी
मंडलायुक्त सुबह 10:25 बजे केडीए पहुंचे और उन्होंने 10:45 बजे तक निरीक्षण किया. वीसी केडीए राकेश सिंह, सचिव केडीए एसपी सिंह, चीफ इंजीनियर तो उपस्थिति मिले जबकि विभाग के अनुभागों में कर्मचारियों के गैर हाजिर होने पर फटकार भी लगाई.
कारण बताओ नोटिस जारी
मंडलायुक्त ने उन सभी के रजिस्टर पर अनुपस्थिति को दर्ज किया और वीसी राकेश कुमार सिंह से कहा कि वे अनुपस्थित कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतन को तत्काल प्रभाव से रोकें और उन्हें कारण बताओ नोटिस दें. इतना ही नहीं, तीन दिनों में जवाब प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट 15 दिसंबर तक उन्हें भेजने का आदेश दिया है.