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जौनपुर: पुलिस विभाग से भष्ट्राचार मिटाने के लिए जारी हुआ व्हाट्सएप शिकायत नंबर

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Published : Jan 24, 2020, 8:56 AM IST

सरकार भष्ट्राचार पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसके तहत पुलिस विभाग से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए एडीजी द्वारा एक व्हाट्सएप नम्बर जारी किया गया है. इसके तहत पुलिसकर्मी अगर किसी काम के लिए पैसा मांगते हैं तो उसकी शिकायत व्हाट्सएप नम्बर के जरिए की जा सकती है.

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जानकारी देते एडीजी बृजभूषण.

जौनपुर: सरकार भष्ट्राचार पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसके तहत जनपद में पुलिस विभाग में मिटाने के लिए एडीजी द्वारा व्हाट्सएप नम्बर जारी किया गया. इसके तहत पुलिसकर्मी द्वारा किसी काम के लिए पैसा मांगा जाता है तो उसकी शिकायत व्हाट्सएप नम्बर के जरिए की जा सकती है. ये नम्बर पुलिस अधीक्षक के पास रहेगा, जो सभी समस्याओं का निस्तारण करेंगे. शिकायतकर्ता को शिकायत के सात दिनों के अंदर रिपोर्ट भी बताना होगा. इसके लिए वाराणसी मंडल के एडीजी ने नम्बर जारी कर दिया है.

जानकारी देते एडीजी बृजभूषण.
बीट व्यवस्था लागूवाराणसी मंडल के एडीजी बृजभूषण कानून व्यवस्था का जायजा लेने एक दिवसीय दौरे पर जौनपुर पहुंचे हैं, जहां मीडिया से बात करते हुए एडीजी ने कहा कि वाराणसी मंडल में 15 नवम्बर के बाद कोई बड़ी घटना नहीं हुई है. कानून व्यवस्था सही से करने के लिए फिर से बीट व्यवस्था को लागू किया जा रहा है. इसके तहत जनपद के कोतवाली थाना एवं मुंगरा बादशाहपुर को चुना गया है. इसके बाद धीरे-धीरे शहर के पूरे थाने पर कर दिया जाए.

एडीजी ने दी जानकारी
एडीजी बृजभूषण ने नागरिकता संशोधन कानून में बवाल को शांत कराने में पुलिस के भूमिका की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि इससे पुलिस और जनता की दूरी को मिटाने का काम किया जाएगा. इससे पुलिस और लोगों को किसी भी सूचना का आदान-प्रदान आसानी से हो सकेगा.

व्हाट्सएप नम्बर जारी
एडीजी बृजभूषण ने कहा कि सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए व्हाट्सएप नम्बर 9580193381 जारी किया गया है. ये नम्बर पुलिस अधीक्षक के पास रहेगा. शिकायतकर्ता को एक हफ्ते में उसके शिकायत की स्थिति के बारे में पुलिस अधीक्षक को जानकारी देने होगी. एडीजी ने कहा कि यह व्यवस्था हर जिले में की जा रही है. हर जिले का अलग व्हाट्सएप नम्बर होगा.

एडीजी ने बीट सिस्टम के बारे में बताते हुए कहा कि बीट सिस्टम पुराना मॉडल है, जिसे फिर से लागू किया जा रहा है. यह जनपद के कोतवाली थाना एवं मुंगरा बादशाहपुर में किया जा रहा है, जिसमें सारे सिस्टम एवं ट्रेनिंग दी जा रही है. नियमित रूप से यह अपने बीट पर गांव में जाकर अपराधियों के बारे में सूचना एकत्र करेंगे.

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