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जब तहसील दिवस में डीएम ने कुर्सी छोड़ जोड़े लिए हाथ, जानें मामला

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Published : Dec 15, 2020, 9:32 PM IST

यूपी के जालौन में समाधान दिवस के दौरान डीएम और जिला पंचायत सदस्य के बीच तीखी नोंकझोक हो गई. इस पर डीएम ने कुर्सी से खड़े होकर जिला पंचायत सदस्य के हाथ जोड़ लिए और न्याय करने के लिए कुर्सी छोड़ दी.

जालौन के डीएम ने जोड़े हाथ.
जालौन के डीएम ने जोड़े हाथ.

जालौनःमाधोगढ़ तहसील में मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया. इस दौरान डीएम ने लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण के आदेश दिए. इस दौरान जिला पंचायत सदस्य भी किसानों की समस्या लेकर तहसील दिवस में पहुंचे. शिकायत करने के दौरान जिला पंचायत सदस्य और डीएम के बीच नोंकझोक हो गई. इस पर डीएम अपनी कुर्सी से खड़े होकर उन्हें हाथ जोड़कर प्रणाम करने लगे. यह देखकर सभी हतप्रभ रह गए.

79 शिकायतों में से 10 का किया निस्तारण
मामला उरई मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर माधोगढ़ तहसील का है. जहां जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर और पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह के अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया. जिलाधिकारी ने बताया कि संपूर्ण समाधान दिवस में 79 शिकायतें फरियादियों की आई हैं. इनमें से 10 का मौके पर निस्तारण कर दिया गया है. शेष शिकायतों के लिए टीमें गठित की गई हैं. जिन्हें एक हफ्ते के अंदर निस्तारित कर रिपोर्ट लगा दी जाएगी. कुछ शिकायतें मुख्यमंत्री आवास में भ्रष्टाचार को लेकर आई हैं. जिन्हें संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि पात्रों का सही चयन कर समस्या को निस्तारित किया जाए.

जिला पंचायत सदस्य और डीएम के बीच हुई नोंकझोक
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुए संपूर्ण समाधान दिवस में उस समय हड़कंप मच गया. जब जिला पंचायत सदस्य से तीखी नोकझोंक के बाद जिलाधिकारी ने कुर्सी छोड़ दी. इस दौरान जिलाधिकारी ने जिला पंचायत सदस्य को ज्यादा बुद्धिमान होने की संज्ञा देते हुए अपनी कुर्सी पर बैठने का आमंत्रण दे दिया. इस बात से कुछ देर तक हॉल में सन्नाटा छा गया. सकपकाए जिला पंचायत सदस्य कुछ समय तक हक्का-बक्का रह गए. हालांकि अपने शब्दों को वापस लेने की बात के बाद डीएम ने किसानों की समस्याओं पर जांच के आदेश दिए.

डीएम ने जांच के लिए भेजे अधिकारी
सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिला पंचायत सदस्य रविन्द्र सिंह ने किसानों की नहर के ओवरफ्लो होने से खराब होने वाली फसलों की समस्याओं का मामला रखा. जिस पर नहर विभाग के अधिकारियों ने डीएम के सामने पक्ष रखा लेकिन जिला पंचायत सदस्य अपनी ही बातों पर अड़े रहे. इस पर डीएम अचानक अपनी कुर्सी छोड़ खड़े हो गए. उन्होने जिला पंचायत सदस्य से उनकी कुर्सी पर बैठकर न्याय देने को कह दिया. बाद में डीएम ने नहर विभाग के आला अधिकारियों को मौके पर जांच के लिए भेजा.

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