समाजवादी पार्टी की गोरखपुर महापौर प्रत्याशी काजल निषाद बोली. गोरखपुर:समाजवादी पार्टी से गोरखपुर के महापौर की प्रत्याशी बनी फिल्म अभिनेत्री काजल निषाद गुरुवार को लखनऊ से गोरखपुर पहुंची. उन्होंने निषाद समाज को समाजवादी पार्टी की तरफ से मिले इस सम्मान के लिए सपा मुखिया को धन्यवाद दिया. इसके साथ ही अपने चुनावी रणनीति और पुराने अंदाज में विरोधियों पर जमकर हमला बोला. महापौर का प्रत्याशी बनाए जाने पर उन्होंने इसे निषाद समाज के लिए गौरव की बात बताया. उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि निषाद समाज को गोरखपुर महापौर के लिए किसी दल ने सम्मान देने का कार्य किया.
समाजवादी पार्टी से गोरखपुर महापौर प्रत्याशी काजल निषाद ने अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों में जोश भरते हुए कहा कि काजल निषाद जब प्रत्याशी बना दी गई हैं तो फिर इफ और बट का कोई मामला नहीं होता. अब सामने जो भी प्रत्याशी होगा. उसे वह पैदल चलने के लिए मजबूर कर देंगी. यूपी नगर निकाय चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा का भी घमंड टूटेगा. शहर में गंदगी, सफाई, जल निकासी, पथ प्रकाश तमाम समस्याओं का सामना कर रही जनता इस बार निश्चित रूप से परिवर्तन करेगी. भाजपा के जीत के मिशन का सपना गोरखपुर से चकनाचूर होगा. सपा का गोरखपुर नगर निगम में झंडा फहराएगा.
काजल निषाद ने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद को खजूर का पेड़ बताया. उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोगों को छलने का कार्य किया गया है. उन्होंने कहा निषाद समाज के लोंगों से एक साथ मिलकर ऐसा पेड़ लगाने की अपील की, जिससे सबको छाया मिले. उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोगों ने खुरपी, कुदाल, माटी, खाद, पानी लेकर पौधे को रोप दिया. वह पेड़ फलदार नहीं बल्कि खजूर का पेड़ निकल गया. जिससे निषाद समाज के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है.
काजल निषाद ने डॉ. संजय निषाद पर हमला बोलते हुए सवाल किया कि आरक्षण का मुद्दा उनका कहां चला गया. लखनऊ में आयोजित अमित शाह की रैली में निषाद समाज के लोगों ने उस मुद्दे पर कुर्सियां क्यों चलाया. उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोग कब तक ठगे जाएंगे. संजय निषाद के परिवार में मंत्री, विधायक, सांसद सभी पद मौजूद हैं. चुनाव चिन्ह भोजन भरी थाली का यह परिवार ही आनंद उठा रहा है. इस बार यूपी नगर निकाय चुनाव में परिवर्तन करके दिखाएंगे. उन्होंने बताया कि वह 16 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी.
काजल निषाद ने भारतीय जनता पार्टी में तमाम फिल्मी कलाकारों के शामिल होने और पार्टी के स्टार प्रचारक बन जाने के सवाल पर कहा कि यह वही भोजपुरी के कलाकार हैं. जिन्होंने फिल्मों में गंदगी परोसने, नशे का दृश्य प्रस्तुत करने और तमाम धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कार्य किया है. कुछ लोग तो सनातनी और धर्म के नाम पर पाखंड करने का भी काम करते हैं. चाहे वह रवि किशन हों या मनोज तिवारी हों या फिर खटिया सरकाने वाले दिनेश लाल यादव निरहुआ हों.
काजल निषाद ने कहा कि चुनाव में उनके मुकाबले जो भी प्रचार के लिए आएगा, सबके कार्यों का वीडियो जनता के बीच में मौजूद है. वह उसे जनता के बीच ले जाकर उनकी असलियत लोगों को दिखाएंगी. उन्होंने कहा कि राजनीति में जीत और हार लगी रहती है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि समस्याओं से जूझने वाली जनता की कोई आवाज न बन सके. वह विधानसभा चुनाव में हार से बिचलित नहीं हुईं. इसीलिए पूरे जोश के साथ महापौर का चुनाव लड़ने जा रही हैं.
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