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गोंडा पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत का मामला, थाना और SOG प्रभारी सस्पेंड, FIR दर्ज

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Published : Sep 15, 2022, 8:16 AM IST

Updated : Sep 15, 2022, 10:20 AM IST

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08:08 September 15

गोंडा में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के मामले में सस्पेंड थाना प्रभारी के खिलाफ गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, बुधवार को थाना प्रभारी निरीक्षक तेज प्रताप सिंह और एसओजी प्रभारी अमित यादव को सस्पेंड कर दिया गया था.

गोंडा:जिले में पुलिस हिरासत में युवक की मौत के मामले में निलंबित थाना प्रभारी निरीक्षक तेज प्रताप सिंह के खिलाफ गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर लिया गया. 14 सितंबर को थाना प्रभारी और एसओजी प्रभारी अमित यादव को सस्पेंड कर दिया गया था. परिजनों की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई.

नवाबगंज थानाध्यक्ष तेज प्रताप सिंह और एसओजी प्रभारी अमित यादव को लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बुधवार को निलंबित कर दिया था. मृतक के पिता की तहरीर पर एसओ प्रभारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. वहीं, शव का पंचनामा मजिस्ट्रेट की देखरेख में कराया गया है. एसपी ने बताया कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले है. शव का तीन डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा.

जिले की नवाबगंज पुलिस कस्टडी में झोलाछाप डाक्टर की हत्या के मामले में युवक को पूछताछ के लिए थाने लाई थी. झोलाछाप डॉक्टर की 8 सितंबर को गला रेतकर हत्या हुई थी. मृतक देव नरायन यादव विजली विभाग में संविदाकर्मी लाइनमैन के पद पर तैनात था और देव नरायन यादव नवाबगंज थाना क्षेत्र के माझा राठ गांव का निवासी था. परिजनों ने पुलिस पिटाई का आरोप लगाया था. देव नरायन की पूछताछ के दौरान मौत हो गई.

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देवनारायण उर्फ देवा बिजली में संविदा कर्मी लाइनमैन की नौकरी करता था. दोपहर 3 बजे प्रधान और पिता के सामने नवाबगंज पुलिस को पूछताछ के लिए भेजा था. युवक की मौत के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया. मृतक के ताऊ राज बहादुर यादव का आरोप है कि कत्ल के एक मामले में पूछताछ के लिए बेटे को थाने बुलाया गया था. तीन बजे नवाबगंज के थाने के कोतवाल ने एसओजी वालों को लड़के के सौंप दिया. बाद में बताया गया कि लड़का बेहोश हो गया है, जिला अस्पताल में देख लो आकर. जब अस्पताल पहुंचे तो बेटे की मौत हो चुकी थी. उनका आरोप है कि पुलिस वालों ने उसको मार डाला. इस मामले में इंसाफ मिलना चाहिए.

वहीं इस मामले को लेकर एसपी आकाश तोमर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाने में लाया गया था, उससे पूछताछ की जा रही थी. पता चला है कि उसकी तबीयत खराब हो गयी थी. उसे अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई है. परिवार वाले जो भी तहरीर देंगे, उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी. पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

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Last Updated :Sep 15, 2022, 10:20 AM IST

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