गोंडा:भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बैंक पर सवाल खड़ा कर दिया है. बैंक से लोन न मिलने पर युवक द्वारा आत्महत्या के मामले में सांसद पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे. सांसद ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देकर ढांढस बंधाया.
पूरा मामलाइटियाथोक कोतवाली क्षेत्र के सरहरा गांव का है. यहां बीते दिनों 18 अक्टूबर को स्टेट बैंक से लोन न मिलने से नाराज युवक दिव्यराज पांडेय ने बैंक के सामने ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली थी. पुलिस ने आनन-फानन में युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर कर दिया था. लखनऊ में इलाज के दौरान दूसरे दिन दिव्यराज पांडेय की मौत हो गई थी. इस मामले में डीएम के निर्देश पर मजिस्ट्रेट जांच चल रही है. वहीं, सांसद बृजभूषण सिंह शनिवार को शोक संवेदना व्यक्त करने दिव्यराज पांडेय के घर पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया.
सांसद ने कहा- आत्महत्या नहीं हत्या है
सांसद ने बैंक के सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह एक तरह की हत्या है. इसमें दोषियों के ऊपक कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. बृजभूषण सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिव्यराज पांडेय को बैंक वालों ने इतना दौड़ाया कि उसने परेशान होकर आत्महत्या कर ली. युवक ने वाटर प्लांट लगाने की एक फाइल तैयार कराई थी. बैंक वालों की तरफ से आश्वासन दिया गया था. उसके बाद तरह-तरह की शर्तें लगाकर उसको परेशान किया जा रहा था, जिससे युवक ने अपना संयम खो दिया.
'बेरोजगार युवाओं को दौड़ाया जाता है'
सांसद बृजभूषण सिंह ने कहा कि 22 साल का लड़का दिव्यराज पांडेय हम लोगों के बीच से चला गया. इसके बाद इस मामले में मजिस्ट्रेट की जांच हो रही है. सांसद ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. सांसद ने कहा कि यह सवाल एक दिव्यराज पांडेय का नहीं है. बल्कि सभी बेरोजगार युवाओं का है. युवाओं को पहले आश्वासन देकर सपना दिखाया जाता है. उसके बाद फिर दौड़ाया जाता है. उसके बाद फाइल ही निरस्त कर दी जाती है.
'फाइल तैयार करने में लगते हैं हजारों रुपये'