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मुख्तार गैंग के सदस्य को बचाना पड़ा महंगा, थानाध्यक्ष सहित तीन निलंबित

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Published : Jun 18, 2021, 10:46 PM IST

यूपी के गाजीपुर में मुख्तार गैंग के सदस्य को बचाना करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष को काफी महंगा पड़ा. मामले में संज्ञान लेते हुए एसपी ने थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

गाजीपुर एसपी.
गाजीपुर एसपी.

गाजीपुर: मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्य व सहयोगी करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के महेंद गांव निवासी मेहरुद्दीन उर्फ नन्हे को डीएम आदेश पर गुंडा अधिनियम के तहत जिला बदर किया गया था. इसके बावजूद वह घर पर रह रहा था. उसके खिलाफ कार्रवाई न किए जाने से नाराज पुलिस अधीक्षक डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने थानाध्यक्ष, उपनिरीक्षक और बीट आरक्षी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की.

अभियुक्त जिला बदर होने के बावजूद भी रह रहा था गांव में
मालूम हो कि मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्य महेंद गांव निवासी मेहरुद्दीन उर्फ नन्हे खां के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की गई थी. पुलिस अधीक्षक द्वारा करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष को उपरोक्त अभियुक्त की चेकिंग कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया था. अभियुक्त की गतिविधि के बारे में जानकारी की गई, तो थाना प्रभारी करीमुद्दीनपुर द्वारा बताया गया कि उक्त अभियुक्त जिले की सीमा यानी घर में नहीं रह रहा है.

कई सर्किल थानों की पुलिस ने दबिश देकर किया गिरफ्तार
शुक्रवार को क्षेत्राधिकारी मुहम्मदाबाद, क्षेत्राधिकारी कासिमाबाद व सर्किल के थाना प्रभारियों की टीम के द्वारा उक्त अपराधी के घर पर तलाशी के साथ-साथ दबिश दिया, तो उक्त अपराधी अपने महेंद गांव के अपने घर पर मौजूद मिला. जिला बदर अपराधी की गिरफ्तारी न किए जाने के आरोप में पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष रामनेवास, उपनिरीक्षक संजय कुमार सरोज और बीट मु. आरक्षी धीरेन्द्रनाथ पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर विभागीय जांच की कार्रवाई की.
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