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राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्य ने लोगों को किया जागरुक

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Published : Aug 4, 2021, 10:39 PM IST

बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्य गाजीपुर पहुंची. गाजीपुर पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य(Member of State Commission for Women) ने लोगो को मुख्यमंत्री बाल सेवा(Mukhyamantree Baal Seva Yojana) योजना के प्रति जागरुक किया.

राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्य ने लोगों को किया जागरुक
राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्य ने लोगों को किया जागरुक

गाजीपुर :यूपी सरकार कोरोना काल के दौरान अनाथ हुए बच्चों को लाभ पहुंचाने एवं उनका भविष्य सुधारने के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना(Mukhyamantree Baal Seva Yojana) चला रही है. इस योजना के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्य गाजीपुर पहुंचीं.

बता दें कि राज्य महिला आयोग की टीम प्रदेश भर में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना(Mukhyamantree Baal Seva Yojana) के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए प्रत्येक माह के पहले और तीसरे बुधवार को दौरा कर रही है. गाजीपुर पहुंची राज्य महिला आयोग(Member of State Commission for Women) की सदस्य शशि मौर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 1 मई 2020 के बाद कोविड-19 से या अन्य किसी भी तरह से जो बच्चे अनाथ हुए हैं. उनका भविष्य संवारने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा योजना चलाई जा रही है. जिसके तहत लाभार्थी के खाते में 4 हजार रुपये प्रति माह भेजा जा रहा है. इसके अलावा अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी सरकार द्वारा उठाया जा रहा है.

राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्य ने लोगों को किया जागरुक

इस योजना में 18 साल की उम्र पार कर चुकीं बालिकाओं की शादी के लिए सरकार द्वारा 1 लाख 10 हजार रुपये की सहायता दे रही है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना(Mukhyamantree Baal Seva Yojana) से जुड़ी इन्हीं सब बातों को लोगों तक पहुंचाने के लिए दौर किया है. बताते चलें कि गाजीपुर जिले में अब तक 18 लाभार्थी इस योजना का लाभ पा चुके हैं. वहीं 59 लाभार्थियों की फाइल जिलाधिकारी के पास पहुंच गई है. जिले में अन्य लाभार्थियों की फाइल ब्लाकों पर सत्यापन के लिए भेजी गई है.

इस योजना की लाभार्थी एक महिला ने बताया कि कोरोना काल में उसके पति की मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद उनके घर में कोई कमाऊ व्यक्ति नहीं है और न ही कमाई का कोई अन्य साधन है. महिला ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो जाने से उसे परिवार चलाना मुश्किल हो गया था. मुख्यमंत्री के द्वारा चलाई जा रही इस योजना से उसे काफी राहत मिली है. अब उसे किसी व्यक्ति के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं है.

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