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फतेहपुर: अस्पताल गैलरी में प्रसव होने पर DM ने की कार्रवाई, मैनेजर को थमाया नोटिस

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Published : Jun 8, 2020, 5:03 PM IST

फतेहपुर में एक गर्भवती महिला ने अस्पताल की गैलरी में ही नवजात को जन्म दिया. नवजात के पैदा होते ही डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ डीएम ने कार्रवाई की है. मामले की जांच के आदेश दे दिये गये हैं.

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जिला अस्पताल.

फतेहपुर:जिला महिला अस्पताल के गेट के बाहर एक गर्भवती महिला का प्रसव होने का वीडियो सामने आया था, जिसका संज्ञान लेते हुए डीएम संजीव सिंह अस्पताल पहुंचे. उन्होंने पीड़ित महिला के स्वास्थ्य का हाल जाना. साथ ही मामले की गंभीरता से जांच भी की.

मामले में समय से एम्बुलेंस न पहुंचने पर उप-जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को संयुक्त जांच के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जिला अस्पताल के गेट पर पहले ही निर्देश देने के बावजूद महिला को समय से स्ट्रेचर न उपलब्ध कराने पर अस्पताल मैनेजर को नोटिस जारी किया गया है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही गयी है.

गैलरी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म
जिला महिला अस्पताल के गेट पर थरियांव थाना क्षेत्र के बसावनपुर गांव की सरिता प्रसव पीड़ा होने पर आशा बहू के साथ अस्पताल पहुंची थी. यहां पर डॉक्टर्स की लापरवाही के चलते महिला काफी समय तक गैलरी में तडपती रही. इस दौरान गैलरी में ही महिला का प्रसव हो गया. ऐसी परिस्थिति में नवजात की जन्म लेते ही मौत हो गई. फिलहाल महिला की हालत ठीक है.

अस्पताल की लापरवाही से नवजात की गई जान
इस पूरे मामले का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था. मामले में समय से एम्बुलेंस न पहुंचना और किसी प्रकार अस्पताल पहुंचने पर समय से स्ट्रेचर और इलाज न मिलने की बातें निकलकर सामने आईं. जिलाधिकारी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की. पीड़िता के पति राजवीर ने बताया कि एम्बुलेंस को फोन किया तो आशा बहू ने बताया सारी एम्बुलेंस बुक हैं. इसके बाद अस्पताल लेकर आए और एक घंटे तक मरीज गैलरी में ही पड़ी रही. कोई देखने वाला नहीं था. ऐसे में बच्चे की मौत हो गई.

बाइक से महिला को पहुंचाया गया अस्पताल
मामले में महिला अस्पताल की सीएमएस ने बताया कि थरियांव के बसावनपुर की रहने वाली सरिता को पूनम आशा बहू लेकर अस्पताल आई थीं. पीड़िता बता रही थी कि पिछले तीन दिन से उसको पेट में दर्द हो रहा था. अभी साढ़े सात माह का बच्चा था, वो दिखाने के लिए आ रही थी. उसे एम्बुलेंस नहीं मिली, जिस कारण आशा बहू व महिला के पति बाइक पर बैठाकर अस्पताल लाए. गेट पर पहुंचते ही महिला को तेज दर्द होने लगा. पहले जांच न होने की वजह से बच्चे की स्थिति पता नहीं थी. ऐसे में पता चला कि बच्चा तीन दिन से मूवमेंट नहीं कर रहा था. बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी. फिलहाल महिला का इलाज चल रहा है और उसकी स्थिति ठीक है.

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