उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

कानून के रखवाले ने तोड़ा नियम, तमंचे के साथ नाबालिग की फोटो और वीडियो की सार्वजनिक

By

Published : Jun 19, 2021, 9:50 AM IST

फर्रुखाबाद में हत्या में आरोपी नाबालिग की हाथ में अवैध तमंचा के साथ थाने के ग्रुप में थानाध्यक्ष ने वीडियो और फोटो सार्वजनिक कर दिया. जबकि कोर्ट का आदेश है कि किसी भी नाबालिग बच्चे का फोटो सार्वजनिक न किया जाए.

कानून के रखवाले ने तोड़ा नियम
कानून के रखवाले ने तोड़ा नियम

फर्रुखाबादः जिले में एक थानाध्यक्ष की संवेदनहीनता सबके सामने तब उजागर हो गई जब उसने हत्या के आरोपी एक नाबालिग के हाथ में तमंचे के साथ की फोटो थाने के ग्रुप में शेयर कर दी. जबकि उच्च न्यायालय का आदेश है कि किसी भी नाबालिग बच्चे की फोटो सार्वजनिक न की जाए. इससे बेफिक्र होकर थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने अपनी काबिलियत का परिचय दिया.

हत्या का आरोपी है नाबालिग

दरअसल थाना शमशाबाद क्षेत्र के बरई गांव में एक भट्टा मालिक की 4 दिन पहले घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसमें पुलिस ने सुरेंद्र पुत्र सुदामा लाल सहित नाबालिग सुमित पुत्र गुरचरन ट्रैक्टर ड्राइवर को हत्या का आरोपी बनाया है. ड्राइवर सुमित अभी 17 साल का है. इसको भी पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. थानाध्यक्ष ने थाने पर दोनों आरोपियों के हाथ में एक तमंचा पकड़ा कर अपनी वाहवाही लूटने के लिए वीडियो और फोटो सार्वजनिक कर दिया. जबकि थानाध्यक्ष अपनी वाहवाही में ये भूल गए कि कोर्ट ने साफ तौर पर आदेश दिया है कि किसी भी नाबालिग आरोपी की फोटो सार्वजनिक न की जाए.

अंक पत्र में कम है उम्र

इसे भी पढ़ें- Weather Forecast: मानसून की पहली बारिश से राजधानी हुई पानी-पानी, 32 जिलों में अलर्ट जारी

थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कोर्ट के आदेश को दरकिनार करते हुए फोटो और वीडियो थाना शमशाबाद ग्रुप में डालकर सार्वजनिक कर दिया. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने थानाध्यक्ष का बचाव करते हुए बताया कि जब आरोपी से पूछा गया तो उसने अपनी उम्र 18 साल से अधिक बताई. वहीं उसका मेडिकल कराया गया है. मेडिकल में उसकी उम्र 18 साल से अधिक निकली. जब मीडिया ने उसकी हाईस्कूल की मार्कशीट पर डेट ऑफ बर्थ 20-7-2004 बताया तो एसपी ने कहा कि हमको मार्कशीट के बारे में कोई जानकारी नहीं है, न ही हमको किसी ने मार्कशीट के बारे में बताया है. अब अपने थानाध्यक्ष की कारस्तानी एसपी साहब छिपाने में लगे हुए हैं. लेकिन सवाल तो उठेंगे ही. कोर्ट की मनाही के बाद भी थानाध्यक्ष ने कैसे ऐसा कर दिया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details