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विश्व बाजार तय करता है रसोई गैस के दामः फग्गन सिंह कुलस्ते

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Published : Feb 28, 2021, 8:55 PM IST

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में रविवार को मानिकपुर वनवासी कल्याण आश्रम पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का स्वागत आदिवासियों ने पारंपरिक नृत्य फाग से किया.

चित्रकूट
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चित्रकूटःजिले में रविवार को मानिकपुर वनवासी कल्याण आश्रम पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का स्वागत आदिवासियों ने पारंपरिक नृत्य फाग से किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आदिवासियों को जनजाति का दर्जा देने के लिए संबंधित विभाग के मंत्री से बात की जाएगी. वहीं, रसोई गैस के बढ़े दामों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दामों का बढ़ना सरकार के हाथों में नहीं है. यह दुनिया के बाजार से निर्धारित होते हैं. भविष्य में रसोई गैस के दामों में भी कमी आ सकती है.

ये किए वादे
रविवार को आदिवासी कल्याण आश्रम के वार्षिक समारोह में पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आश्रम के सौंदर्यीकरण के लिए राज्य और केंद्र सरकार से बात करने का वादा किया. साथ ही आश्रम में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं की बेहतर व्यवस्था करने के लिए कोशिश करने का वादा किया. साथ ही उत्तर प्रदेश में आदिवासी समाज को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात करने का वादा किया. उन्होंने आदिवासियों के आत्मनिर्भर होने की बात भी की. इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष प्रकाश मणि त्रिपाठी, बांदा चित्रकूट सांसद आरके सिंह पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे और भाजपा के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.

विश्व बाजार के हाथों में होता है रसोई गैस का दाम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रति वर्ष के भांति इस वर्ष भी वनवासी कल्याण आश्रम के वार्षिक उत्सव में शामिल होने का सौभाग्य मिला. आदिवासियों को पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के भाटी जनजाति का दर्जा उत्तर प्रदेश में मिलने के लिए स्टेटस का अध्ययन करने के बाद सरकार से बात करने को कहा. साथ ही जनजाति कल्याण मंत्री और सोशल जस्टिस से इस संबंध में बात करने को कहा है.
जब सवाल किया गया कि दिनोंदिन बढ़ रहे रसोई गैस की कीमतों के चलते उज्जवला योजना के तहत दिए गए सिलेंडर को गरीब आदिवासी दोबारा भरवाने में सक्षम नहीं है तो केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि अगर छोटा परिवार है तो उनकी गैस दो महीने तक चलती है और वह इसे ₹700 देकर भरवा सकते हैं. रसोई गैस के बढ़ते दामों पर सरकार का नियंत्रण नहीं है. विश्व बाजार ही रसोई गैस की कीमतों को निर्धारित करता है. रसोई गैस के दामों में उतार-चढ़ाव होता रहता है. भविष्य में रसोई गैस की कीमतों में गिरावट भी हो सकती है.

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